टीम इंस्टेंटखबर
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को एक महीने से ज्यादा हो चुका है. यूक्रेन के कई शहर रूस की बमबारी और मिसाइल हमलों से तहस-नहस हो चुके हैं. सैकड़ों आम नागरिक भी युद्ध का शिकार बने हैं, इनमें मासूम बच्चे भी शामिल हैं. यूक्रेन के लोकपाल के मुताबिक जब से यूक्रेन और रूस के बीच पूर्णकालिक युद्ध शुरू हुआ है, तब से अब तक 143 बच्चे मारे जा चुके हैं और 216 घायल हैं. उनके मुताबिक असल आंकड़ा इससे काफी ज्यादा हो सकता है क्योंकि तेज लड़ाई के कारण कई शहरों में यूक्रेन के अधिकारी पहुंच ही नहीं पाए हैं.

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रविवार की रात देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि तुर्की में रूस के साथ इस हफ्ते होने जा रही बातचीत में प्राथमिकता ‘यूक्रेन की संप्रभुता और भूभागीय अखंडता’ पर केंद्रित होगी.

जेलेंस्की ने कहा ‘हम वास्तव में, बिना किसी विलंब के, शांति चाहते हैं. तुर्की में आमने-सामने होने जा रही बातचीत एक अवसर है और जरूरत भी. यह बुरा नहीं है. आइये, देखें कि परिणाम क्या मिलते हैं.’ उन्होंने कहा ‘मैं दूसरे देशों की संसद से लगातार अपील करूंगा और उन्हें घेरेबंदी वाले मारियुपोल जैसे शहरों के भयावह हालात की याद दिलाऊंगा.’ यूक्रेन के सशस्त्र बलों को धन्यवाद देते हुए जेलेंस्की ने कहा कि कब्जाए जा चुके शहरों को वे वापस ले रहे हैं और ‘कुछ हिस्सों में तो वे आगे भी बढ़ रहे हैं. यह अत्यंत सराहनीय है.’

रविवार को इससे पहले, जेलेंस्की ने कहा कि तटस्थता और नाटो से बाहर रहने के लिए सहमति के मुद्दे पर, देश से रूसी सैनिकों की वापसी के बाद यूक्रेन के मतदाताओं से जनमत संग्रह कराया जाना चाहिए.

दूसरी ओर यूक्रेन के सैन्य खुफिया प्रमुख किरिलो बुडानोव का कहना है कि रूस, यूक्रेन को दो टुकड़ों में विभाजित करने का प्रयास कर सकता है. रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार बुडानोव ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह महसूस किया है कि वह पूरे देश (यूक्रेन) को तो निगल नहीं सकते, इसलिए वह ‘कोरियाई परिदृश्य’ के तहत यूक्रेन को संभवत: विभाजित करने का प्रयास करेंगे. उनका संदर्भ उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच दशकों पुराने विभाजन से था.