नई दिल्ली: रूस की सेचेनोव फर्स्ट मॉस्को स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी (Sechenov First Moscow State Medical University) का कहना है कि उसने दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं. अगर यह दावा सच निकला तो यह कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन होगी. इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसलेशनल मेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी के निदेशक वदिम तरासोव ( Vadim Tarasov) ने बताया कि सेचेनोव विश्वविद्यालय ने वॉलंटीयर्स पर कोविड19 के दुनिया के पहले टीके के टेस्ट सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय ने 18 जून को रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा निर्मित टीके का ट्रायल शुरू किया था. वॉलंटीयर्स (volanteers) का पहला ग्रुप बुधवार को और दूसरा 20 जुलाई को डिस्चार्ज किया जाएगा.
सेचनोव यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल पैरासिटोलॉजी (Institute of Medical Parasitology) , ट्रॉपिकल एंड वेक्टर-बोर्न डिसीसेज के निदेशक एलेक्जेंडर लुकाशेव के अनुसार, वैक्सीन के सुरक्षित होने की पुष्टि हो चुकी है. तारासोव ने आगे कहा कि सेचनोव यूनिवर्सिटी ने महामारी की स्थिति में न केवल एक शैक्षणिक संस्थान की भांति बल्कि एक ऐसे साइंटिफिक व टेक्नोलॉजिकल रिसर्च सेंटर के रूप में भी काम किया, जो महत्वपूर्ण व जटिल दवाओं के क्रिएशन में भाग लेने के लिए सक्षम है.
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। जिला बार एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को जनपद न्यायाधीश दिनेश…
राबर्ट्सगंज संसदीय क्षेत्र में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के एजेंडा लोकसभा चुनाव 2024 एवं…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) मोदी जी ने क्या कुछ गलत कहा था? राहुल गांधी अमेठी…
आगरादिनों दिन गिरती मोदी जी की भाषा भाजपा के हार की गारंटी है. मोदी जितना…
यौन उत्पीड़न के आरोपी जद (एस) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एसआईटी ने शिकंजा कसना…
विराट कोहली को अपने स्ट्राइक रेट के चलते कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।…