रिलायंस रिटेल के साथ सौदे को लेकर फ्यूचर ग्रुप को ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन की ओर से भेजे गए नोटिस पर ग्रुप मध्यस्थता का रास्ता अपनाएगा. सूत्रों के मुताबिक, अमेजन का नोटिस फ्यूचर कूपन्स को मिला है. बता दें कि अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप के प्रमोटर को एक लीगल नोटिस भेजा है. नोटिस में आरोप लगाया गया है कि फ्यूचर ग्रुप ने मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के साथ सौदा करके अमेजन के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन किया है.

अमेजन ने पिछले साल फ्यूचर कूपन्स लिमिटेड में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. फ्यूचर कूपन्स लिमिटेड प्रमोटर एंटिटी है और इसकी फ्यूचर रिटेल में 7.3 फीसदी हिस्सेदारी है.

गौरतलब है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (RRVL) ने फ्यूचर ग्रुप के खुदरा व थोक कारोबार और लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग बिजनेस का अधिग्रहण किया है. एकमुश्त 24,713 करोड़ रुपये में यह सौदा तय किया गया है. इस अधिग्रहण योजना के तहत फ्यूचर ग्रुप अपनी कुछ कंपनियों का विलय फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (FEL) में कर रहा है. फ्यूचर ग्रुप के खुदरा और थोक कारोबार को आरआरवीएल की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (RRFLL) को ट्रांसफर किया जाएगा. सौदे के तहत फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस का अधिग्रहण भी किया जाएगा. हालांकि, फ्यूचर समूह के वित्तीय एवं बीमा कारोबार इस सौदे का हिस्सा नहीं हैं. इस सौदे के बाद फ्यूचर ग्रुप के बिग बाजार, एफबीबी, ईजीडे जैसे स्टोर रिलायंस रिटेल के हो जाएंगे.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, फ्यूचर ग्रुप में अमेजन का निवेश कॉन्ट्रैक्चुअल अधिकारों के साथ है, जिनमें फर्स्ट रिफ्यूजल का अधिकार और एक ‘नॉन कंपीट लाइक पैक्ट’ शामिल है. अमेजन ने अपने लीगल नोटिस में कॉन्ट्रैक्ट अरेंजमेंट का हवाला दिया है, जिसमें उन कंपनियों की एक लिस्ट शामिल है जिनके साथ फ्यूचर ग्रुप सौदा नहीं कर सकता. अमेजन के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि कंपनी कार्रवाई शुरू कर चुकी है.