भारत के प्रमुख बाईक-टैक्सी एग्रीगेटर रैपिडो ने लखनऊ में लास्ट-माईल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के प्रयास में ‘बाईक-लाईट’ सर्विस का लॉन्च किया है। इससे परिवहन के पारम्परिक साधनों जैसे ई-रिक्शॉ और शेयर्ड ऑटो पर यात्रियों की निर्भरता कम हो जाएगी। इस सर्विस के चलते राइडरों को न तो अजनबियों के साथ राईड शेयर करनी पड़ेगी और न ही परिवहन के साधन के लिए बाहर खड़े रहकर इंतज़ार करना पड़ेगा। इस तरह उन्हें परिवहन के नियमित साधन का सुविधाजनक और किफ़ायती विकल्प मिलेगा। बाईक लाईट सर्विस मौजूदा बाईक टैक्सी की तुलना में 25 फीसदी कम दरों पर उपलब्ध है, ऐसे में यह शेयर्ड राईड की तुलना में अधिक सुविधाजनक और किफ़ायती है, जहां राईड का फेयर मात्र रु 7.5 प्रति किलोमीटर की दर से शुरू होता है।

उल्लेखनीय है कि बाईक लाईट ने इतनी प्रतिस्पर्धी दरों पर भी भरोसेमंद सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार किया है। अपनी शुरूआत के बाद से यह सर्विस लखनऊ में तेज़ी से लोकप्रिय हुई है, बहुत छोटी सी अवधि में इसके साथ 30,000 से अधिक संतुष्ट उपभोक्ता जुड़ चुके हैं।

बाईक लाईट, बाईक कैप्टन्स को भी शीर्ष पायदान की सेवाएं उपलब्ध कराते हुए उनकी कमाई बढ़ाने में मदद करती है। यह सर्विस पहले से दिल्ली, नोएडा, विजयवाड़ा, वायज़ाग और हैदराबाद में उपलब्ध है। जहां इसके 60,000 से अधिक उपभोक्ता बाईक लाईट की सेवाओं पर भरोसा कर रहे हैं। अब लखनऊ में यह विस्तार देश भर में शहरी परिवहन में सुधार लाने में रैपिडो के योगदान को दर्शाता है।

इस विकास पर बात करते हुए पवन गंटुपल्ली, सह-संस्थापक, रैपिडो ने कहा, ‘‘लखनऊ में बाईक लाईट सर्विस का लॉन्च करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, जो परिवहन के पारम्परिक साधनों का सहज और किफ़ायती विकल्प है। यह लॉन्च देश भर के लोगों को परिवहन के सुविधाजनक, किफ़ायती एवं भरोसेमंद विकल्प उपलब्ध कराने की रैपिडो की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमें उम्मीद है कि इससे लखनऊ के नागरिकों के लिए रोज़मर्रा के परिवहन का अनुभव पूरी तरह से बदल जाएगा, साथ ही बाईक कैप्टन्स की आजीविका में भी सुधार होगा।’

बाईक लाईट के साथ रैपिडो भारत के शहरी परिवहन में बदलाव लाने के प्रयासों को जारी रखे हुए है, ताकि सभी के लिए रोज़मर्रा के परिवहन को सुविधाजनक, किफ़ायती और आनदंदायी बनाया जा सके।