नई दिल्ली: एलोपैथ को स्टूपिड साइंस बताने के बाद से बाबा रामदेव चिकित्सकों के निशाने पर आ गए हैं। कोई उनकी गिरफ्तारी की माँग कर रहा है तो कोई इसे कोरोना योद्धा चिकित्सकों का अपमान बता रहा है। बुधवार को सोशल मीडिया पर ‘अरेस्ट बाबा रामदेव’ ट्रेंड कर रहा है जिसको लेकर बाबा रामदेव का एक बड़ा बयान सामने आया है. उनका कहना है कि किसी का बाप भी मुझे गिरफ्तार नहीं कर सकता है.

इसके बाद बाबा रामदेव ने कहा कि अब अपने लोगों को भी ट्रेंड चलाने की प्रैक्टिस हो गई है. इसके बाद रामदेव ने हंसते हुए कहा कि आप ट्रेंड में हमेशा ही टॉप पर पहुंच जाते हो इसके लिए आपको बधाई है.

एलोपैथ पर टिप्पणी करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बाबा रामदेव को पत्र लिखकर सख्त संदेश दिया था और कहा था कि उनकी टिप्पणी एलोपैथिक के चिकित्सकों का मनोबल तोड़ने वाली है.

IMA उत्तराखंड ने बाबा रामदेव को 1000 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा है. नोटिस में उनसे अपने बयान का खंडन कर लिखित और वीडियो के जरिए माफी की माँग की गई है. इसके लिए 15 दिनों का वक्त दिया गया है. नोटिस के अनुसार 15 दिन में माफी नहीं मॉंगने पर बाबा रामदेव से 1000 करोड़ रुपए की माँग की जाएगी।

आपको बता दें कि मंगलवार को योगगुरू बाबा रामदेव ने एलोपैथ को स्टूपिट साइंस कह दिया था. जिसके बाद से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही है. बाबा ने एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों पर टिप्पणी करते हुए पूछा कि अगर एलोपैथी सर्वशक्तिमान और सर्वगुण संपन्न है तो एलोपैथिक चिकित्सकों को बीमार ही नहीं होना चाहिए. इस बयान के बाद से बाबा रामदेव सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहे हैं.