कुम्भ को सुपर स्प्रेडर बताने वालों बताया हिन्दू विरोधी

नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और योगगुरु रामदेव के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप अब साम्प्रदायिक रंग में घुलते जा रहे हैं. इस बार रामदेव ने IMA और उसके पदाधिकारियों के तार धर्मपरिवर्तन करा रहे लोगों से जोड़ दिए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कुंभ को सुपरस्प्रेडर बताकर बदनाम करने वाले लोग हिन्दू विरोधी है. रामदेव ने यह बाते एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहीं।

धर्म परिवर्तन से जुड़े हैं तार
इंटरव्यू में रामदेव ने कहा- डॉक्टर मुझे देशद्रोही कर रहे हैं, अगर मैं देशद्रोही हूं तो फिर देशभक्त कौन है? देशभक्त वो लोग हैं जिनके तार कन्वर्जन से जुड़े हुए हैं? जो कहते हैं कि कोरोना अच्छा है इससे कन्वर्जन भी अच्छा होगा. ये कहते हैं कोरोना के लिए दवा की जरुरत नहीं, मजहब विशेष की कृपा होगी तो सब ठीक हो जाएंगे. ऐसे कन्वर्जन, ऐसे लोग तो IMA के अध्यक्ष बने बैठे हैं.

कुंभ में तो 99% तंबू खाली थे
रामदेव ने यह भी आरोप लगाया कि कुंभ को सुपरस्प्रेडर बताने वाले लोगों को विदेशों से चंदा मिलता है. ये लोग हर की पौड़ी की तस्वीरें दिखाकर उसे कुंभ बता रहे हैं. ऐसा कहने वालों में हिंदू विरोधी, भारत विरोधी हैं. कुंभ में तो 99% तंबू खाली थे और अखाड़े में भी 1000 से ज्यादा साधू नहीं थे. सिर्फ 2 या तीन साधुओं की मौत हुई है. देश में 5 से 7 लाख साधू हैं उनमें से 5 की कोरोना से मौत हो गई तो कुंभ ने कोरोना फैला दिया?

कोवैक्सीन को भी WHO ने मान्यता नहीं दी
रामदेव ने कहा कि जिस बयान को लेकर मुझ पर राजद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है वो मैंने नहीं कहा है, मैं तो बस सोशल मीडिया पर आया एक मैसेज पढ़कर सुना रहा था. कोरोनिल पर रामदेव ने कहा कि WHO ने तो कोवैक्सीन को भी मान्यता नहीं दी है. वहां एक लॉबी काम करती है जिसके अनुसार ही आपको ये सब मिल पाता है.