दिल्ली:
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के सिलसिले में केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक के लिए राहुल गांधी आज कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। बैठक से पहले पत्रकारों द्वारा न्यायपालिका पर दबाव बनाने के भाजपा के आरोप के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया, “आप यह क्यों पूछते हैं कि भाजपा क्या कहती है, सवाल तो एकमात्र यह है कि अडानी शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये किसको दिए गए।” हैं।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, अडानी की 20 हजार करोड़ की शेल कंपनियों में किसका बेनामी पैसा है- प्रधानमंत्री चुप हैं, कोई जवाब नहीं! चीन ने छीनी 2000 वर्ग किमी जमीन, जगहों के नाम भी बदल रहे, चुप हैं प्रधानमंत्री, कोई जवाब नहीं! प्रधानमंत्री जी, इतना डर क्यों?

राहुल गांधी ने एक दिन पहले अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था, “प्रधानमंत्री जी, आपको सवाल पूछे हुए काफी समय हो गया है! मुझे अभी तक आपका जवाब नहीं मिला है, इसलिए मैं इसे फिर से दोहरा रहा हूं। यह 20,000 करोड़ रुपये किसका है? क्यों है?” एलआईसी, एसबीआई, ईपीएफओ में जमा पैसा अडानी को दिया जा रहा है?देश को बताएं अपने और अदानी के रिश्ते का सच!

इससे पहले सूरत की अदालत ने सोमवार को मानहानि मामले में राहुल गांधी को जमानत दे दी थी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया था कि यह लोकतंत्र को बचाने और मित्रवत समय के खिलाफ लड़ाई है और इस संघर्ष में सत्य ही मेरा हथियार है और सत्य ही मेरा आश्रय है.