टीम इंस्टेंटखबर
लखीमपुर में हुई हिंसा में किसानों को कुचलकर मारने और बाद में हुई प्रतिक्रिया में कई और लोगों के मारे जाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही प्रियंका गाँधी की हिरासत योगी सरकार ने गिरफ़्तारी में बदल दी है. 40 घंटों से ज़्यादा हो गए हैं जब बिना किसी नोटिस उन्हें सीतापुर के PAC गेस्ट हाउस में बनाई गयी अस्थायी जेल में रखा गया है. पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है, एक तरह से कह सकते हैं कि लखीमपुर कांड में योगी सरकार जिस तरह निपट रही है उससे कांग्रेस कहीं न कहीं चुनावी फायदे में दिखती नज़र आ रही है.

कहा जा सकता है की प्रियंका ने लखीमपुर के मामले में दूसरी अन्य विपक्षी पार्टियों से बाज़ी मार ली है, अब खबर है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी भी बुधवार को लखनऊ आ रहे हैं जहाँ से वह प्रियंका गाँधी से मिलने सीतापुर जायेंगे और लखीमपुर जाने की भी कोशिश करेंगे।

प्रियंका की गिरफ़्तारी पर सुबह राहुल गाँधी ने ट्वीट किया था, उन्होंने लिखा था “जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है- सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी!सत्याग्रह रुकेगा नहीं।

गौरतलब है कि प्रियंका की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है, ’38 घंटे बीत चुके हैं. मुझे न तो कोई ऑर्डर (गिरफ्तारी को लेकर) दिया गया है और न नोटिस ‘प्रियंका की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘मुझे चार अक्‍टूबर को सुबह 4.30 बजे अरेस्‍ट किया गया. अरेस्‍ट करने वाले अधिकारी डीसीपी पीयूष कुमार सिंह ने मौखिक तौर पर बताया कि सेक्‍शन 151 के अंतर्गत यह गिरफ्तारी की गई है.

‘प्रियंका के बयान के अनुसार, ‘जिस समय मुझे अरेस्‍ट किया गया, मैं सीतापुर जिले में यात्रा कर रही थी जो कि लखीमपुरी खीरी जिले की सीमा से करीब 20 KM दूर है जहां धारा 144 लागू थी. मेरी जानकारी के अनुसार, सीतापुर में धारा 144 लागू नहीं थी.