जोरहाट: “एक चाय वाला ही आपका दर्द समझ सकता” पर पलटवार करते हुए प्रियंका गाँधी ने आज असम के जोरहाट इलाके में आयोजित चुनावी रैली में कहा जो कभी चाय के बागानों में नहीं गया, जिसने कभी चायबागान में काम करने वाली महिलाओं से मुलाकात नहीं की, जिसने न्यूनतम मज़दूरी के वाडे को नहीं निभाया वह दर्द समझने की बात करता है, इससे बड़ा मज़ाक और क्या हो सकता है.

झूठे वादे
प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने आपसे बहुत से वादे किए थे। बीजेपी ने कहा था कि 25 लाख रोजगार मिलेंगे, मिले क्या? उन्होंने कहा था कि सीएए लागू नहीं करेंगे लेकिन सत्ता में आते ही सीएए लागू करने की बात की।

पीएम मोदी कभी चाय बागान गए हैं
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के उस बयान कि “एक चाय वाला ही आपका दर्द समझ सकता” पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या पीएम कभी चाय बागान में गए हैं, वहां महिला मजदूरों से मिले हैं? प्रियंक गांधी ने कहा कि पीएम चाय बगान में काम करने वाले कामगारों का दर्द समझ नहीं सकते। उन्होंने मजदूरों को 350 रुपये प्रतिदिन देने का अपना वादा अभी तक पूरा नहीं किया।

जीत के लिए आश्वस्त
प्रियंका गांधी ने कहा कि हम एक मजबूत चुनौती दे रहे हैं, हम बहुत आश्वस्त हैं। हमारा प्रयास विकास, असम के लोगों की जरूरतों और संरक्षण और उनकी संस्कृति और पहचान को मजबूत करने के बारे में बात करना है।

पांच बातों की गारंटियां
प्रियंका ने अपने भाषण में असम के विकास के लिए पांच बातों की गारंटियां दोहराईं। प्रियंका गाँधी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर चाय बागानों में काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम 365 रूपये मिलने की गारंटी, हर महिला को 2000 प्रति माह मिलने की गारंटी, 5 लाख रोज़गार की गारंटी, हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली मिलने की गारंटी और CAA न होने की गारंटी।