नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बिगड़े हालातों पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने सीएम योगी से लोगों को तत्काल प्रभाव में राहत देने की मांग की है।

उन्होंने पत्र में कहा कि करोनो महामारी की दूसरी लहर अपने भयानक रुप में है। यूपी के कई शहरों में तबाही चरम पर है। शहरों की सीमाओं को लांघकर अब ये महामारी गांवों में अपना पैर पसार रही है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जिस रफ्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसके मुकाबले प्रदेश में कोरोना जांच की दर काफी कम है। बड़ी संख्या ऐसे मामलों की भी है जो रिपोर्ट ही नहीं हो पा रहा है।

उन्होंने आगे लिखा कि गांवों में जाच तक नहीं हो रहे हैं। शहरी इलाकों में लोगों को जांच कराने में काफी मुश्किलें हो रही हैं। कई दिनों तक रिपोर्ट नहीं आती। 23 करोड़ के अबादी वाले राज्य में प्रदेश सरकार के पास केवल 126 परीक्षण केंद्र और 115 नीजि जांच केंद्र है।

उन्होंने आगे कहा कि पूरी दूनिया चार स्तंभों पर टिकी है। जांच, उपचार, ट्रैक और टीकाकरण। यदि आप पहले खंभे को गिरा देंगे तो हम इस जानलेवा वायरस को कैसे हराएंगे।

उन्होंने आगे कहा कि दूसरी बड़ी चिंता अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों की घोर किल्लत और इनकी बड़े पैमाने पर कालाबाजारी को लेकर है। आयुष्मान कार्ड फेल हो चुकी है उसे कोई मान नहीं रहा है। लोगों को रेडमीसिवर, ऑक्सीजन और अन्य जीवन रक्षक दवाओं के तीन गुनी, चार गुनी कीमत चुकाने को मजबूर किया जा रहा है। आर्थिक तौर पर सक्षम लोग तो फिर भी अपनों लोगों को बचाने के लिए अधीक कीमत चुका देंगे पर उस गरीब और मध्यम वर्ग की क्या दुर्गति हो रही होगी! सोचिए।