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तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान का कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्वागत किया है लेकिन साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर खीरी कांड में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है. प्रियंका ने लखीमपुर कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे को बचाने और राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाया है.

प्रियंका ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे पर किसानों को कुचलकर मारने के आरोप है और आपकी पुलिस आरोपी को बचाने में जुटी है. अगर आप किसानों के हितैषी है तो अजय मिश्र के साथ मंच साझा न करें. उन्होंने सीधे कहा कि लखीमपुर मामले में सरकार ने शुरू से ही आरोपी को बचाने की कोशिश की.

प्रियंका ने पत्र में लिखा- आप देश के प्रधानमंत्री हैं, आप देश के किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से समझते होंगे. हर देशवासी के लिए न्याय सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री का कर्तव्य ही नहीं, उनका नैतिक दायित्व होता है. कल देशवासियों को सम्बोधित करते हुए आपने कहा कि सच्चे मन और पवित्र ह्रदय से किसानों के हित को देखते हुए कृषि क़ानूनों को वापस लेने का अभूतपूर्व निर्णय लिया गया है. आपने यह भी कहा कि देश के किसानों के प्रति आप नेकनीयत रखते हैं. यदि यह सत्य है तो लखीमपुर किसान नरसंहार मामले में पीड़ितों को न्याय दिलवाना भी आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिए.

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा अभी भी आप के मंत्री मंडल में है. अगर आप आरोपी के पिता के साथ मंच साझा करते हैं तो पीड़ित परिवारों को स्पष्ट संदेश जाएगा कि आप अभी भी कातिलों के साथ खड़े हैं. ये किसान सत्याग्रह में शहीद 700 से अधिक किसानों का घोर अपमान होगा. अगर आपकी नीयत सचमुच साफ है तो आज केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के साथ मंच पर साझा मत कीजियेगा. देश भर में किसानों पर हुए मुक़दमों को वापस लीजिए और सभी शहीद किसानों के परिवारों को आर्थिक अनुदान दीजिए.