लखनऊ ब्यूरो
कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी इंचार्ज प्रियंका गाँधी ने आज पत्रकार वार्ता के दौरान एक पत्रकार को उस समय आड़े हाथों लिया जब उसने कर्नाटक के कई स्कूल कालेजों में हिजाब पहनने पर चल रहे विवाद को लेकर प्रियंका द्वारा किये ट्वीट पर सवाल उठाया। पत्रकार ने कहा कि आप हिजाब पर राजनीति कर रही हैं.

प्रियंका ने पत्रकार के इस सवाल पर उसे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसी को भी इस बात का अधिकार नहीं है कि वह किसी महिला के पहनावे पर सवाल उठाये या ऐतराज़ करे. यह महिला का अपना संवैधानिक अधिकार है कि वह बिकनी पहने, सारी पहने या हिजाब। प्रियंका ने पत्रकार को टोकते हुए कहा कि आपने जो स्कार्फ़ पहन रखा है उसे उतारिये, पत्रकार के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि आप कहीं भी हों, क्या मुझे यह कहने का अधिकार है ? नहीं है न, सिंपल

दरअसल प्रियंका गाँधी ने कर्नाटक की घटनाओं पर आज अपने ट्वीट में लिखा था कि ‘चाहे वह बिकिनी हो, घूंघट हो या फिर जींस या फिर हिजाब। यह महिला को तय करना है कि उसे क्या पहनना है। यह हक उनको भारत के संविधान ने दिया है। महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो।

दरअसल प्रियंका गाँधी आज लखनऊ में पार्टी दफ्तर पर कांग्रेस का घोषणा पत्र “उन्नति विधान” जारी कर रही थीं जिसमें उन्होंने 10 दिनों में किसानों के क़र्ज़ माफ़ी, सरकार बनने पर दलित गृह मंत्री, सरकारी नौकरियों में 40 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण, पूर्व सैनिकों को विधान परिषद में एक सीट का रिज़र्वेशन, कोल समुदाय को आदिवासी जनजाति का दर्जा, बिजली माफ़ी, कोविड प्रभावित परिवारों को 25,000 रुपये की मदद, गोधन न्याय योजना, गोबर की खरीद, झुग्गी में रहने वालों को ज़मीन का हक़, पत्रकारों के खिलाफ दर्ज फ़र्ज़ी मुकदमों की वापसी, केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा जैसे लोक लुभावन वादे किये.