तौक़ीर सिद्दीक़ी
आखिरकार कांग्रेस महासचिव और यूपी इंचार्ज प्रियंका गाँधी ने मान ही लिया कि उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में पार्टी का सीएम चेहरा वही हैं हालाँकि चुनाव लड़ने या न लड़ने की बात की को उन्होंने अभी भी राज़ रखा है. कांग्रेस पार्टी की महासचिव ने इस बात का खुलासा आज उस समय किया जब पार्टी की ओर से नौजवानों के लिए अलग से जारी किये गए घोषणा पत्र “भर्ती विधान” के बाद पत्रकारों ने चुनाव में पार्टी के सीएम चेहरे को लेकर सवाल किया। प्रियंका ने इस सवाल का जवाब सवाल के रूप में ही दिया और पूछा कि क्या प्रदेश में आपको कोई और चेहरा दिखाई देता है, हर जगह मेरा ही चेहरा नज़र आता है.

उनके इस जवाब से साफ़ संकेत मिल रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी को यूपी में सरकार बनाने का अगर मौका मिला तो प्रियंका गाँधी ही मुख्यमंत्री बनेगी। बता दें कि पिछले दो ढाई वर्षों से प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए जी जान से मेहनत की है. वह सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रही हैं फिर वह चाहे कोरोना काल में मज़दूरों के पलायन की बात हो, हस्तिनापुर में दलित बेटी के साथ रेप और हत्या का केस हो या लखीमपुर में किसानों के ऊपर केंद्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कार चढाने का मामला, प्रियंका गाँधी ने सच मायने में एक मज़बूत विपक्षी नेता की भूमिका निभाई है. कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने की पोजीशन में पहुँचती है या नहीं यह तो समय ही बताएगा मगर मुख्यमंत्री चेहरे पर पड़ा पर्दा आज प्रियंका गाँधी वाड्रा ने हटा दिया।