तौक़ीर सिद्दीकी
लखीमपुर खीरी हिंसा और उसके बाद प्रियंका गाँधी के कल खेले 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने के दांव से बौखलाए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रियंका गाँधी को आगरा जाने से रोक दिया। कांग्रेस महासचिव मंगलवार रात पुलिस हिरासत में हुई एक सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकी की मौत के बाद पीड़ित परिवार से मिलने जा रही थीं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक, प्रियंका गांधी को पुलिस लाइंस ले जाया जा रहा है।

चोरी के आरोप में पुलिस पूछताछ के लिए थाने ले आयी थी, पूछताछ के दौरान ही उसकी तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया। अरुण वाल्मीकी के परिवार ने पुलिस पर यातना देने का आरोप लगाया है.

आगरा के लिए निकलने वाला प्रियंका गांधी का काफिला लखनऊ में ही आगरा एक्सप्रेसवे पर पारा थानांतर्गत टोल प्लाज़ा पर पुलिस ने रोक लिया और आगरा में दफा 144 लगने की दुहाई दी. प्रियंका गांधी के काफिले को रोकने के लिए सड़क पर ट्रक लगाकर ब्लॉक कर दिया गया था। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ नोक-झोंक भी हुई।

प्रियंका ने कहा कि मैं कहीं भी जाती हूं तो ये मुझे रोक देते हैं। दफा 144 लगा देते हैं, मैं पीएम साहब की रैली में तो नहीं जा रही। वहां हजारों लोग बैठे हैं वहां 144 लागू नहीं है। मैं आगरा पीड़ित परिवार से मिलने जा रही हूं इसमें लॉ एंड ऑर्डर कहां से बिगड़ रहा है।

पुलिस अभिरक्षा में अरुण की मौत के बाद उनके परिजन पुलिस पर उसकी पिटाई का आरोप लगाया है। अरुण की मां कमला देवी का आरोप है कि पुलिसवालों ने चोरी का आरोप लगाते हुए पूरे परिवार को उठा लिया। उनकी पिटाई लगाई। अरुण कुछ पुलिस वालों के नाम बता रहा था। नाम उजागर न हो जाएं, इसलिए उसे मार दिया। मुझे इंसाफ चाहिए जिसने उसे मारा है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।