टीम इंस्टैंटखबर
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को श्रीनगर में मुहर्रम के वार्षिक जुलूस को कवर कर रहे पत्रकारों की पुलिस द्वारा पिटाई का मामला सामने आया है। पुलिस की इस हरकत की राजनीतिकों ने निंदा करते हुए कहा है कि वे लोग अपना काम कर रहे हैं।

वीडियो में एक पुलिस अधिकारी को पत्रकारों और अन्य पुलिसकर्मियों पर हमले का नेतृत्व करते हुए दिखाया गया है. फोटो जर्नलिस्ट का कहना है कि पुलिस ने उन्हें बिना वजह पीटा।

इस मामले में सज्जाद गनी लोन के पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने ट्वीट किया कर कहा, ‘पत्रकारों की बेरहमी से पिटाई बेहद निंदनीय है। हम मीडिया बिरादरी पर बिना किसी जवाबदेही के बल प्रयोग के ऐसे बार-बार किए गए कृत्यों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर पुलिस कर्मियों को श्रीनगर में पत्रकारों को बेरहमी से पीटते हुए देखना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ये लोग तो बस अपना काम कर रहे थे – खबर छाप रहे थे। वे खबर नहीं बनाते हैं और वे कहानी बनाने के लिए घटनाओं को इंजीनियर नहीं करते हैं। मुझे उम्मीद है कि @OfficeOfLGJandK यह सुनिश्चित करेगा कि कोई दोहराव न हो। ”