लखनऊ:
देश में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) का वित्तीय वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर शुद्ध लाभ में 53.04 फीसदी की वृद्धि हुयी है।

पीएनबी एमडी एवं सीईओ ने सोमवार को बैंक के तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों का एलान करते हुए मीडिया से कहा कि बुंदेलखंड में कई परियोजनाओं में बैंक ने वित्तीय सहयोग किया है। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में पीएनबी की पहुंच और भी बढ़ेगी। गोयल ने वित्तीय परिणामों का एलान करते हुए कहा कि तीसरी तिमाही में पीएनबी का शुद्ध लाभ 53.04 फीसदी बढ़ा हैं जबकि एनपीए घटा है।

उन्होंने जानकारी दी कि पीएनबी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में 53.04 फीसदी बढ़कर 629 करोड़ रुपये हो गया है। सालाना आधार पर बैंक का परिचालन लाभ तीसरी तिमाही में 12.61 फीसदी बढ़कर 5716 करोड़ रुपये हो गया है। तीसरी तिमाही में बैंक का कुल ब्याज आय सालाना आधार पर 17.63 फीसदी बढ़कर 9179 करोड़ रुपये हो गयी है। सकल वैश्विक अग्रिम सालाना आधार पर 13.43 फीसदी बढ़कर 31 दिसंबर 2022 को 856757 करोड़ रुपये रहा है। पीएनबी का कोर रिटेल क्रेडिट दिसंबर 31, 2022 को समाप्त तिमाही को सालाना आधार पर 13.54 फीसदी बढ़कर 130421 करोड़ रुपये हो गया है।

इस अवधि में वैश्विक जमाराशि सालाना आधार पर 7.37 फीसदी बढ़कर 1210359 करोड़ रुपये हो गयी है जो कि दिसंबर 2021 में 1127317 करोड़ रुपये थी। बैंक के सकल एनपीए में सुधार होकर यह 9.76 फीसदी हो गया जोकि दिसंबर 2021 में 12.88 फीसदी था। वहीं शुद्ध एनपीए में 160 आधार अंको का सुधर होकर यह 3.30 फीसदी पहुंच गया जो कि दिसंबर 2021 में 4.90 फीसदी था। बैंक का पूंजी पर्यप्तता अनुपात दिसंबर 2022 को सालाना आधार पर 24 आधार अंकों के सुधार के साथ और तिमाही आधार पर 41 अंको के सुधार के साथ 15.15 फीसदी हो गया है।

उत्तर प्रदेश में फरवरी में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएस) को बड़ा मौका बताते हुए पंजाब नैशनल बैंक ने कहा कि वह उद्योगों की भरपूर मदद करेगा। पीएनबी प्रबंध निदेशक एवं सीईओ अतुल कुमार गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के छोटे व मझोले उद्योगों से लेकर बड़े कारपोरेट घरानों की औद्योगिक परियोजनाओं स्थापित करने मं बैंक वित्तीय सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि पीएनबी भी जीआईएस का एक प्रमुख सहभागी है और बैंक के वरिष्ठ अधिकारी इसमें हिस्सा लेंगे।