टीम इंस्टेंटख़बर
संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत उम्मीदवार के अनुसार जोरदार हंगामे के साथ हुई है. पहले लोकसभा में विपक्षी दलों के नेता ने पीएम मोदी को जमकर घेरा
फिर पीएम ने राज्यसभा में विपक्ष को महिला विरोधी बता डाला।

राज्यसभा में पीएम ने कहा कि आज जब देश के किसान परिवार के बच्चे मंत्री बनकर सदन में उनका परिचय हो रहा है तो कुछ लोगों को बड़ी पीड़ा हो रही है. इस सदन में मंत्री बनी महिलाओं का परिचय हो रहा है तो वो कौन सी महिला विरोधी मानसिकता है जिसके कारण सदन में उनका नाम सुनने को भी तैयार नहीं हैं.

आगे पीएम ने कहा कि ये कौन सी मानसिकता है जो दलितों, आदिवासियों, किसान के बेटे का गौरव करने को तैयार नहीं है? इस प्रकार की मानसिकता पहली बार सदन ने देखी है. वहीं, विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा दोपहर दो बजे के लिए स्थगित कर दी गई.

वहीं लोकसभा में भारी हंगामे के बीच पीएम मोदी ने कहा था कि खुशी की बात है कि कई दलित भाई मंत्री बने हैं. हमारे कई मंत्री ग्रामीण परिवेश से है, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है. मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, ​आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला. उनका परिचय करने का आनंद होता.