नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 17 मई तक लॉकडाउन लागू है। तीसरे चरण का लॉकडाउन खत्म होने से करीब एक सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि सरकार को आगे बढ़ने के बारे में सोचना होगा और समग्र दृष्टिकोण के बारे में बात करनी होगी। कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी ने पांचवीं बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने कहा, “इस पूरी लड़ाई में दुनिया ने कहा है कि हम कोविड-19 वैश्विक महामारी के खतरे से लड़ने में सफल रहे हैं। इस लड़ाई में राज्य सरकारों ने प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझा और इस खतरे का मुकाबला करने में अपनी भूमिका निभाई।”

उन्होंने प्रवासी मजदूरों के पलायन पर कहा, “हमने जोर देकर कहा कि लोगों को वहीं रहना चाहिए जहां वे हैं, लेकिन यह मानवीय स्वभाव है कि हम घर जाना चाहते हैं और इसलिए हमें अपने निर्णयों को बदलना होगा। इसके बावजूद, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह बीमारी न फैले और गांवों में ना पहुंच जाए, यह हमारे लिए बड़ी चुनौती है।”

बैठक में मौजूद गृह मंत्री अमित शाह ने आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन के महत्व पर प्रकाश डाला और मुख्यमंत्रियों से इसके डाउनलोड को लोकप्रिय बनाने का आग्रह किया, क्योंकि इससे वायरस के प्रसार पर नजर रखने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसके बाद 14 अप्रैल को पीएम मोदी ने इसे 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की। फिर गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन को दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया और अब 17 मई तक देशभर में लॉकडाउन लागू है।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक देशभर में 67152 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से 2206 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि देशभर में 20916 लोग इस महामारी से ठीक भी हुए हैं और एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है। भारत में अभी कोरोना के 44029 एक्टिव केस मौजूद हैं।