तौक़ीर सिद्दीक़ी

अग्निपथ योजना पर मचे बवाल के बीच आज उद्योग जगत तरफ से बड़े ज़ोर शोर से प्रचारित किया जा रहा है कि केंद्र सरकार की इस योजना के तहत निकलने वाले अग्निवीर अनुशासित होंगे और एक अनुशासित व्यक्ति को कॉर्पोरेट जगत में नौकरी के बहुत अवसर मिलेंगे लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या अब जो सेना से रिटायर हो रहे हैं या जो पहले रिटायर हो चुके हैं वो क्या अनुशासित नहीं थे. क्या सेना में पहलीबार अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाने वाला है? इन अग्निवीरों के अनुशासित होने का इतना हल्ला क्यों हो रहा है. आनंद महिंद्रा हों, किरण मजूमदार हो या फिर अग्निवीरों का स्वागत करने वाले India Inc के दूसरे बड़े लोग, सब एक सुर में सिर्फ ही बात कह रहे हैं कि अग्निवीर अनुशासित होंगे। क्या इन्हें ये नहीं मालूम कि सेना की ट्रैंनिंग में अनुशासन का सबसे बड़ा महत्व पहले भी था, आज भी है और आगे भी रहेगा क्योंकि भारत ही क्या किसी भी देश की सेना अनुशासन के बिना आगे नहीं बढ़ सकती। फिर India Inc के लोगों का अग्निवीरों के लिए अनुशासित होने का यह राग समझ से परे है.

अरे अगर सरकार की इस योजना का आप India Inc वालों समर्थन करते हो तो खुलकर करो, इसमें बुराई क्या है है? रही बात अनुशासन की तो वो तो सेना का हर जवान, हर अधिकारी पूरे जीवन भर अनुशासित होता है वह सिविल लाइफ में आकर भी एक फौजी ही रहता है. आप सब लोग अग्निवीरों का अपनी कंपनियों में स्वागत करना चाहते हो, बहुत अच्छी बात है, योजना आपको पसंद है तो करना भी चाहिए मगर कितना अच्छा हो कि अगर आप चार साल का इंतज़ार न करें और आज से ही इस दिशा में कदम बढ़ा दें. Biocon की प्रमुख किरण मजूमदार शॉ कहती हैं “अगर India Inc आगे बढ़ रहा है तो मुझे लगता है कि हमें इस तरह के लोगों की आवश्‍यकता होगी.” तो फिर देर किस बात की है, शुरुआत कर दीजिये। सेना से रिटायर हुए और इसी साल और रिटायर होने वालों को अपनी कंपनियों में भर्ती करना शुरू कर दीजिये। सेना से higher रैंक के अलावा बाकि सब नौजवानी में ही रिटायर होते हैं उनसे शुरआत करके एक मिसाल कायम कीजिये। इनकी भर्ती करके उसे disclose भी कीजिये कि आपकी कंपनी में सेना के इतने रिटायर्ड लोग काम करते हैं ताकी भावी अग्निवीरों का हौसला बढ़े और आपके वादों पर विश्वास भी.

चलिए ऐसा ही कर लीजिये कि सरकार के नक़्शे कदम पर आप भी सेना के रिटायर्ड लोगों को चार साल के कॉन्ट्रैक्ट पर रख लीजिये और चार साल बाद उन्हें हटाकर सेना से निकलने वाले अग्निवीरों को उनकी जगह एडजस्ट कर दीजिये। कुछ तो ऐसा कीजिये कि आज का आक्रोशित युवा जो सड़कों पर अपने भविष्य को लेकर आशंकित घूम रहा है, उसे सरकार की बातों पर विश्वास नहीं हो रहा है लेकिन आप लोग तो राजनेता भी नहीं हो उद्योगपति हो, आपके वादों पर तो इन्हें विशवास होना चाहिए और अगर यह आप पर भी विशवास नहीं कर पा रहे हैं तो उसे प्रक्टिकली करके भी आप इन्हें विशवास दिला सकते हैं. आपकी बातों में सच्चाई है इसका सबूत दे सकते हैं तो फिर कल से ही रिटायर्ड सैनिकों की भर्ती शुरू कर अग्निवीरों का विश्वास जीत लीजिये। और अगर आप यह नहीं कर सकते तो फ़र्ज़ी तौर पर बड़ी बड़ी बातें मत कीजिये। चार साल बाद क्या होगा किसने देखा है. वर्तमान में क्या हो रहा है यह सब देख लेते हैं और उसी से भविष्य का भी अंदाज़ा लगा लेते हैं इसलिए India Inc की हस्तियों, बातों और वादों की जगह अगर कुछ करके दिखाओ तो इन भावी अग्निवीरों के लिए, सेना से रिटायर लोगों के लिए, सेना के लिए और देश के लिए सबसे अच्छी बात होगी। मौकापरस्त न बनो, मौका देने वाले बनो, तो शुरू हो जाओ, शुभ काम में देरी कैसी?