नई दिल्ली: केरल में चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को एक बहुत बड़ा झटका लगा है, टिकट बंटवारे से नाराज़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है। पार्टी से नाराज चाको ने शीर्ष नेतृत्व पर कई आरोप भी लगाए हैं।

हाई कमान को बताया मूक गवाह
उन्होंने कहा, “कांग्रेस एक महान परंपरा है। कांग्रेस का आदमी होना एक प्रतिष्ठित बात है लेकिन आज केरल में कोई भी व्यक्ति कांग्रेस का आदमी नहीं हो सकता। एक ‘आई ग्रुप’ या ‘ए ग्रुप’ दोनों में से एक हो सकता है। हाईकमान इस आपदा के लिए मूक गवाह है और इसका कोई उपाय नहीं है।”

‘आई’ और ‘ए’ ग्रुप की बात
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि केरल में 6 अप्रैल के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के उम्मीदवार दो समूहों – ओमन चांडी के नेतृत्व वाले “ए” समूह और रमेश चेन्निथला के नेतृत्व वाले “आई” समूह द्वारा निर्धारित किए गए हैं। दिग्गज नेता और दिवंगत के करुणाकरण और वरिष्ठ नेता एके एंटनी के काल से दोनों समूह कांग्रेस की राज्य इकाई में सक्रिय हैं। पहले ए समूह एंटनी की अध्यक्षता में था, तो आई समूह का नेतृत्व करुणाकरण ने किया था।

गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं चाको
बता दें कि पीसी चाको को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता रहा है। लिहाजा उनका इस्तीफा केरल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पीसी चाको ने कहा कि उनका फिलहाल कोई फ्यूचर प्लान नहीं है और उनका किसी और पार्टी से कोई जुड़ाव नहीं है।