तेहरान: पाकिस्तान की सरकार ने घोषणा की है कि उसको अमरीका की सैन्य सहायता की कोई आवश्यकता नहीं है। पाकिस्तान की सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि आईएमएफ से किसी भी प्रकार की सुविधा हासिल करने का उसका कोई इरादा नहीं है।

आजकल पाकिस्तान अपना वार्षिक बजट तैयार कर रहा है। इस दौरान आईएमएफ की ओर से अपनी शर्तें मनवाने के लिए इस्लामाबाद पर दबाव डाला जा रहा है। हालांकि पाकिस्तान की सरकार ने घोषणा की है कि अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के दबाव में आकर वह अपने देश के निर्धन वर्ग को परेशानियों में डालना नहीं चाहती है।

याद रहे कि आईएमएफ के अधिकारी पाकिस्तान सरकार पर दबाव डालकर ऊर्जा की क़ीमतों तथ कर में वृद्धि के प्रयास कर रहे हैं जबकि पाकिस्तान के वित्तमंत्री ने कहा है कि उनका देश किसी भी स्थिति में आईएमएफ की मांगों को स्वीकार नहीं करेगा।

शौकत तरीन ने फाइनेंशियल टाइम्स की उस रिपोर्ट को भी रद्द करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है जिसमें कहा गया है कि इस्लामाबाद प्रयास कर रहा है कि अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी के साथ ही वाशिग्टन के साथ सुरक्षा सहयोग करके आईएमएफ से सुविधाएं हासिल करना चाहता है।