ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) ने बिहार की 11 सीटों पर ताल ठोकने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही 2 उम्मीदवारों के नामों का भी ऐलान कर दिया है। एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी बिहार के अररिया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, काराकाट, बक्सर, गया और भागलपुर लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इसमें किशनगंज से अख्तरुल ईमान और कटिहार से आदिल हसन को उम्मीदवार बनाया गया है।

जल्द ही 9 और प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक ओर एनडीए गठबंधन जहां हिंदू वोट बैंक को पूरी तरह से साधने की कोशिश कर रहा है, वहीं महागठबंधन एम-वाई समीकरण पर ज्यादा जोर देता नजर आ रहा है। बिहार के 5 ऐसे जिले हैं जहां अल्पसंख्यकों की आबादी चुनाव को सबसे अधिक प्रभावित करती है।

इसमें कटिहार बिहार का सबसे अधिक अल्पसंख्यक आबादी वाला जिला है। 2011 के सेंसस के मुताबिक कटिहार जिले में 13.65 लाख अल्पसंख्यक थे, जबकि हिंदुओं की जनसंख्या 16.84 लाख थी। वहीं 2024 में अल्पसंख्यकों की अनुमानित जनसंख्या 16.85 लाख हो गई है, जबकि हिंदुओं की जनसंख्या लगभग 20.79 लाख है।

2011 के सेंसस के मुताबिक पूर्णिया जिले में 12.55 लाख अल्पसंख्यक थे, वहीं हिंदुओं की जनसंख्या 19.89 लाख थी। वहीं 2024 में अल्पसंख्यकों की अनुमानित जनसंख्या 15.49 लाख हो गई है, जबकि हिंदुओं की अनुमानित जनसंख्या लगभग 24.55 लाख है। उसी तरह 2011 के सेंसस के मुताबिक अररिया जिले में 12.07 लाख अल्पसंख्यक थे, जबकि हिंदुओं की जनसंख्या 15.93 लाख थी।

वहीं 2024 में अल्पसंख्यकों की अनुमानित जनसंख्या 14.90 लाख हो गई है, जबकि हिंदुओं की जनसंख्या लगभग 19.67 लाख हो सकती है। वहीं, बिहार की किशनगंज लोकसभा सीट देश की एक ऐसी चुनिंदी सीट है, जहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं, जबकि मुस्लिम आबादी बड़ी संख्या में है।

किशनगंज लोकसभा सीट 1957 में बनी और 1967 में इस सीट पर एक मात्र हिंदू उम्मीदवार प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के एलएल कपूर ने जीत हासिल की थी। किशनगंज में 68 प्रतिशत आबादी अल्पसंख्यकों की है, जबकि 32 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की है। ऐसे में इस सीट पर सभी पार्टियां मुस्लिम उम्मीदवार ही उतारती हैं।

2011 के सेंसस के मुताबिक इस जिले में 11.49 लाख अल्पसंख्यक थे, जबकि हिंदुओं की जनसंख्या 5.31 लाख थी। वहीं 2024 में अल्पसंख्यकों की अनुमानित जनसंख्या 14.18 लाख हो गई है, जबकि हिंदुओं की जनसंख्या लगभग 6 लाख 55 हजार होने का अनुमान है।

वहीं, दरभंगा जिले के 2011 के सेंसस के मुताबिक मुसलमानों की जनसंख्या लगभग 8.81 लाख थी, जबकि हिंदू की जनसंख्या 30.42 लाख थी। वहीं 2024 में अल्पसंख्यकों की अनुमानित जनसंख्या 10.88 लाख है वहीं हिंदुओ की अनुमानित जनसंख्या लगभग 37.55 लाख थी।