हैदराबाद: AIMIM अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने फेसबुक की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए हैं कि अलग-अलग लोकतंत्र देशों के लिए फेसबुक के अलग-अलग निमय और मानक क्यों हैं? असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया, ”अलग-अलग लोकतंत्रों में फेसबुक के अलग-अलग मानक क्यों हैं? यह किस तरह का निष्पक्ष मंच है? यह रिपोर्ट बीजेपी के लिए नुकसानदेह है- यह समय है कि बीजेपी के फेसबुक के साथ संबंधों का खुलासा हो गया है और फेसबुक कर्मचारी पर बीजेपी के नियंत्रण की भी प्रकृति सामने आई है।”

दिग्विजय ने भी साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने फेसबुक और उसके सीईओ मार्क जकरबर्ग पर निशना साधा है। दिग्विजय सिंह ने मार्क जकरबर्ग को टैग करते हुए ट्वीट किया, ”फेसबुक के हेट स्पीच रूल भारतीय राजनीति के साथ टकाराए- डब्ल्यूएसजे”, मार्क जकरबर्ग कृपया इस पर बात घ्यान दें कि प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक अंखी दास को फेसबुक में नियुक्त किया गया जो खुशी-खुशी मुस्लिम विरोधी पोस्ट को सोशल मीडिया पर अप्रूव करता है। आपने साबित कर दिया कि आप जो उपदेश देते हैं उसका पालन नहीं करते।”

वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट
दरअसल अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीजेपी नेता टी.राजा ने अपने फेसबुक पोस्ट में ”रोहिंग्या मुसलमानों को गोली मार देनी चाहिए” ऐसा लिखा है। दावा ये भी किया गया कि बीजेपी नेता टी.राजा ने फेसबुक पोस्ट में मुस्लिमों को देशद्रोही बताया था और मस्जिद गिराने की भी धमकी दी।

फेसबुक के भारतीय कर्मचारी सवालों के घेरे में
बीजेपी नेता टी.राजा के इस पोस्ट का विरोध फेसबुक की कर्मचारी ने किया था और इसे कंपनी के नियमों के खिलाफ बताया था। लेकिन आरोप है कि भारत में फेसबुक के बैठने वाले वरिष्ठ कर्मचारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।