ब्रिटिश समाचार एजेन्सी रायटर्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार मलेशिया में लॉकडाउन के परिणाम में आर्थिक हालात से परेशान लोगों के छिपने और गुंजाइश से अधिक भरी हुई जेलों में संक्रमण बढ़ने की आशंका के बावजूद इस प्रकार के छापे जारी हैं।

एमिग्रेशन डिपार्टमेंट से जारी बयान के अनुसार इंडोनेशिया, भारत, पाकिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश से संबंध रखने वाले नागरिकों को मलेशिया की राजधानी कुआलालाम्‍पुर के बाहर एक बड़ी मार्केट के निकट से गिरफ़्तार किया गया।

इस छापे में 261 महिलाएं और 98 बच्चों को भी हिरासत में लिया गया जबकि एक सप्ताह पहले भी इस प्रकार की कार्यवाही की गयी थी जिसने संयुक्त राष्ट्र संघ और मानवाधिकार संस्थाओं को सचेत किया है।

अधिकारियों का कहना था कि हिरासत में लिए गये इन शरणार्थियों के अपराध में पूर्ण आईडी का न होना, समयावधि गुज़रने के बावजूद रहना और जाली डाक्यूमेंट रखना शामिल है।