नई दिल्ली: इँदौर में रिलायंस जियो मार्ट के स्टोर खुलते ही उसका विरोध शुरू हो गया है। व्यापारियों ने बड़े औद्योगिक घरानों से खुद को बचाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है। इस मामले को लेकर व्यापारियों के संगठन अहिल्या चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है, जिसमें मांग की गई है कि रिलायंस जैसे बड़े घरानों को छोटे कारोबार में उतरने से रोका जाये।

व्यापारियों का कहना है कि रिलायंस जैसे औद्योगिक घराने भी फल-सब्जी और किराना सामान बेचने के लिए मैदान में उतर रहे हैं। इन्हें नहीं रोका गया तो छोटे-मध्यम व्यापारियों का व्यापार खत्म हो जाएगा। कई नौकरियां भी खत्म हो जाएंगी। रिलायंस जियो मार्ट द्वारा इंदौर के किराना बाजार में दस्तक देने के बाद व्यापारियों का विरोध शुरू हुआ है।

जियो ने अपने आॅनलाइन प्लेटफॉर्म से छोटे किराना, दवा और जनरल स्टोर्स को जोड़ने की शुरूआत की है। देश के चुनिंदा शहरों में यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। इसमें इंदौर भी शामिल है। अहिल्या चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल और महामंत्री सुशील सुरेका ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में अंदेशा जताया है कि अब ऐसे घराने किराना दुकानों को अपना डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त कर रहे हैं। यानी ये समूह ही किराना दुकानदारों को सामग्री सप्लाय करेंगे। ऐसा होने पर लाखों की तादात में होलसेलर्स, सेमी होलसेलर्स, कमीशन एजेंट, केनवासिंग एजेंट, ट्रांसपोर्टर्स तो प्रभावित होंगे ही उनके यहां काम पर लगे लोग भी बेरोजगार हो जाएंगे।

चैंबर ने लिखा है कि सरकार को कानूनों में आवश्यक संशोधन कर बड़े घरानों की ऐसी व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए। अहिल्या चैंबर ने अंदेशा जता दिया है कि यदि ऐसा नहीं किया तो लॉकडाउन के बाद कम हुई नौकरियों का असर आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ेगा।