नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में अबतक कांग्रेस, लेफ्ट और अब तृणमूल कांग्रेस का दबदबा रहा है लेकिन इसबार के असेंबली चुनाव में लगता है कि बीजेपी एक मज़बूत आधार वाली पार्टी बनने जा रही है. इसबार चुना में TMC का मुकाबला लेफ्ट या कांग्रेस से न होकर सीधा भाजपा से होने जा रहा है, यह अलग बात है कि इस बार भी चुनावी युद्ध में तृणमूल कांग्रेस को स्पष्ट बढ़त हासिल है.आईएएनएस सी-वोटर सर्वेक्षण के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस के 156 सीटों के साथ एक स्पष्ट विजेता के रूप में उभरने की संभावना है.

सर्वेक्षण के अनुसार भाजपा अपनी सीटों की संख्या तीन से 100 तक पहुंचा सकती है. वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन को केवल 35 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रहने का अनुमान है.

सर्वे के अनुसार, तृणमूल को 42.8 प्रतिशत और भाजपा को 38 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है. स्विंग वोट प्रतिशत भाजपा के पक्ष में है, जो 2016 के चुनावों में 10.2 प्रतिशत से बढ़कर 2021 के चुनाव में 38 प्रतिशत तक पहुंच सकता है. इसके विपरीत, तृणमूल को 2.1 प्रतिशत कम वोट मिल सकता है. वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन को 12.9 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है, 2016 में यह 25 प्रतिशत था.

सीटों की अनुमानित सीमा के अनुसार, टीएमसी को 148 से 164 सीटें मिलने का अनुमान है, उसके बाद भाजपा को 90-108 सीटें और वाम मोर्चा-कांग्रेस को 31 से 39 सीटें मिल सकती हैं और शेष 1-5 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को जा सकती हैं.