फरीदाबाद
भारतीय समन्वय संगठन(लक्ष्य) की फरीदाबाद टीम ने फरीदाबाद के गोंछी में स्थित डॉ आंबेडकर भवन में बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम साहब की जयंती को बहुजन दिवस के रूप में मनाया और इस अवसर पर एक कैडर कैंप का आयोजन भी किया ।

मान्यवर कांशीराम साहब ने साधन विहीन समाज को साधन सम्पन्न वर्ग से सामाजिक व राजनीति में दो दो हाथ करना ऐसा सिखाया कि बहुजन समाज के हाथ में चित करने का फार्मूला आ गया और इसी फार्मूले के बलबूते बहुजन समाज का पूरे देश में डंका बजने लगा अर्थात् मान्यवर कांशीराम साहब के एक नोट और एक वोट की रणनीति ने देश की राजनीति में भूचाल ला दिया था l इसके पीछे मान्यवर कांशीराम साहब का समाज के प्रति समर्पण ही था जो एक एक व्यक्ति को जागरूक करके एक विशाल आंदोलन खड़ा कर दिया, जिसके कारण देश की बड़ी से बड़ी कुर्सी हिलने लगी थी। यह बात लक्ष्य कमांडरों ने अपने संबोधन में कही l

उन्होंने कहा कि बहुजन समाज के लोगों को फिर से अपने पैरों पर खड़ा होना होगा और मान्यवर कांशीराम साहब की तरह ही मोह माया के जंजाल से बाहर निकलना होगा, ईमानदारी के साथ समाज के प्रति समर्पित भाव से निरंतर कार्य करना होगा ताकि समाज फिर से चित करने वाले फार्मूले को प्राप्त कर सके ।

उन्होंने कहा कि हार से कभी मत डरो क्योंकि हार के बाद जीत है और हार से डरने वाले कभी जीत नहीं सकते है l

इस कार्यक्रम में लक्ष्य कमांडर कविता जाटव, गुलाब बौद्ध, डॉ दया चन्द प्रेमी, दौलत राम, नेत्रपाल, आजाद चिन्डालिया, निर्मल सिंह, गंगा लाल गौतम,आर बी गौतम व के पी गौतम ने हिस्सा लिया l