मुंबई: जिस समय में देश कोरोना वायरस महामारी के संकट से जूझ रहा है, ऐसे में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इसी घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और कड़ा एक्शन लेने की अपील की। इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मामले की गहराई से जांच की मांग की है।

बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर में जब दो साधुओं समेत तीन लोगों की हत्या हुई थी, तब योगी आदित्यनाथ ने उद्धव ठाकरे को फोन कर घटना पर चिंता व्यक्त की थी और दोषियों के खिलाफ कड़े एक्शन की अपील की थी।

मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने जब योगी आदित्यनाथ को फोन किया, तब उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हमें साथ मिलकर ऐसे मामलों में कड़ा एक्शन लेना चाहिए और राजनीति को इससे दूर रखना चाहिए। उद्धव की ओर से कहा गया कि जिस तरह हमने पालघर मामले के बाद कड़ा एक्शन लिया, आप भी उसी तरह कड़ा एक्शन लें।

उद्धव ठाकरे के अलावा शिवसेना सांसद संजय राउत ने मांग करते हुए कहा कि बुलंदशहर में साधुओं की हत्या के मामले को धार्मिक रंग नहीं देना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि इस घटना की निष्पक्ष जांच करा कर पूरी सच्चाई सामने लाई जाए और इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही यूपी में सौ लोगों की हत्या हो गई। तीन दिन पहले एटा में पचौरी परिवार के 5 लोगों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। कोई नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ।’

कांग्रेस की उत्तर प्रद्रेश प्रभारी प्रियंका ने कहा कि बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जांच होनी चाहिए और इस समय किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाना सरकार की जिम्मेदारी है। गौरतलब है कि बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र के एक गांव में एक शिवमंदिर में मंगलवार तड़के दो साधुओं की हत्या कर दी गई।

समाजवादी पार्टी ने भी इसे लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार से सख्त कार्रवाई करने को कहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।