टीम इंस्टेंटखबर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पेश हो गया है। विपक्षी दलों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्पीकर ने मंजूर कर लिया है। इसके साथ ही संसद की कार्यवाही 31 मार्च तक के लिए स्थगित हो गई। स्पीकर ने कहा कि 31 मार्च को शाम 4 बजे इस अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा, जो इमरान खान सरकार की तकदीर तय करेगा।

8 मार्च को विपक्षी पार्टियों द्वारा नेशनल असेंबली के सचिवालय में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था, जिसके बाद से ही देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल गहरा गया। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है।

गौरतलब है कि विपक्ष दलों से इमरान को गद्दी से हटाने की मुहिम चलाता रहा, लेकिन पहली बार उसे कामयाबी मिलती दिख रही है, क्योंकि इमरान खेमे के करीब दो दर्जन सांसद भी उनसे मुंह मोड़ चुके हैं। नेशनल असेंबली की कुल संख्या 342 हैं। इमरान खान की पार्टी को बहुमत के लिए 172 सदस्यों का साथ चाहिए। इमरान खान के खिलाफ़ आज पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव को विपक्ष के 161 सांसद फिलहाल समर्थन दे रहे हैं।

इमरान खान की सरकार फिलहाल अल्पमत में दिख रही है। पीटीई के 24 सांसद बागी हो चुके हैं। रविवार को इमरान खान ने इस्लामाबाद में एक बड़ा जलसा भी किया था, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। जलसे में इमरान खान ने कहा कि विदेशी ताकतों के सहारे उनकी सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है।

खान ने कहा, मेरे पास जो पत्र है वह सबूत है और मैं इस पत्र पर संदेह करने वाले किसी भी व्यक्ति को इसे झूठा साबित करने की चुनौती देता हूं। हमें यह फैसला करना होगा कि कब तक हम इस तरह से जीएंगे। हमें धमकियां मिल रही हैं। विदेशी साजिश के बारे में कई चीजें हैं जो बहुत जल्द साझा की जाएंगी। उन्होंने कहा कि हमारे लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ज्यादातर लोग इससे अनजान हैं लेकिन कुछ लोग हमारे खिलाफ इस धन का इस्तेमाल कर रहे हैं।