देश के बाजार में अब गोबर से बना प्राकृतिक पेंट आ गया है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को इस नए इनोवेटिव पेंट को लॉन्च किया है, जिसका नाम खादी प्राकृतिक पेंट है. यह भारत में गोबर से बना पहला पेंट है और इसे खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) ने विकसित किया है. इस गोबर ने बने पेंट की खास बातों में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल होना शामिल है. सरकार ने बयान में बताया कि यह किफायती और किसी तरह की गंध से मुक्त है. और इसे भारतीय मानक ब्यूरो ने प्रमाणित किया है.

सरकार ने पेंट के कुल आठ फायदों के बारे में बताया है. यह पेंट एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, इको फ्रेंडली और नेचुरल थर्मल इंसूलेटर है. इसके साथ पेंट की खासियत में इसका किफायती, गंध न होना, नॉन-टॉक्सिक और हैवी मैटल नहीं रहना शामिल है. खादी प्राकृतिक पेंट दो तरीकों में उपलब्ध है- डिस्टैम्पर पेंट और इमलशन पेंट. कीमत की बात करें, तो डिस्टैम्पर पेंट की कीमत 120 रुपये प्रति लीटर और इमलशन पेंट की कीमत 225 रुपये प्रति लीटर है. गडकरी ने लॉन्च पर बताया कि यह कीमत बड़ी पेंट कंपनियों द्वारा ली जाने वाली कीमतों के मुकाबले आधी से भी कम हैं.

सरकार ने बयान में बताया कि इस प्रोजेक्ट का कॉन्सेप्ट KVIC के चेयरमैन द्वारा मार्च 2020 में तैयार किया गया था. इसे बाद में जयपुर के Kumarappa नेशनल होममेड पेपर इंस्टीट्यूट ने विकसित किया है. पेंट में किसी भी तरह की भारी धातु मौजूद नहीं है जैसे लीड, मर्करी, क्रोमोनियम, आर्सेनिक, कैडमियम आदि. यह लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देगा और स्थानीय नैकरी के अवसर पैदा होंगे. इस तकनीक से इको-फ्रेंडली उत्पादों के लिए गोबर की कच्चा माल के तौर पर खपत बढ़ेगी. इससे किसानों और गोशालाओं को अतिरिक्त राजस्व भी मिलेगा.