टीम इंस्टेंटखबर
यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए रूस ने गोलीबारी तेज कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, कई जगहों पर रूस-यूक्रेन के बीच सीधी लड़ाई भी हो रही है। वहीं ऐसे में एक खबर यह भी सामने आ रही है कि रूस पर लगाम के लिए इतिहास में पहली बार सामूहिक सुरक्षा के लिए NATO ने नाटो रेस्पॉन्स फ़ोर्स को तैनात करने का फैसला किया है।
रूस पर लगाम कसने के लिए नाटो के फैसले का सेकेरेट्री जनरल जेन स्टोल्टेनबर्ग ने ऐलान किया है। स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि रूस ने शांति को तहस नहस कर दिया है। हम रूस से ये मांग करते हैं की इस संवेदनहीन युद्ध को खत्म करे और लौट जाए।
उन्होंने कहा, ”रूस की मंशा सिर्फ यूक्रेन तक सीमित नहीं । एक आक्रामक रूस नया नार्मल है। इसीलिए आर्थिक प्रतिबंध के बाद अब नाटो रेस्पॉन्स फ़ोर्स की तैनाती का फैसला किया है । नाटो के एक-एक इंच ज़मीन की रक्षा की जाएगी।”
स्टोल्टेनबर्ग ने बताया कि इस वक़्त इस क्षेत्र में नाटो के 100 जेट्स 30 जगहों पर तैनात हैं । 30 जहाजी बेड़े और 3 स्ट्राइक कोर भी तैनात हैं।
पेंटागन ने कहा है कि रूस ने जिस तेजी से यूक्रेन में सफलता हासिल कर लेने का प्लान बनाया था, रूसी सेना उस तेज़ी से सफ़लता हासिल नहीं कर पाई।
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने शुक्रवार को कहा कि रूसी सैनिक यूक्रेन में उतनी प्रगति नहीं कर रहे हैं, जितनी उन्हें उम्मीद थी। कुछ मामलों में, यूक्रेनी सेना सफलतापूर्वक वापस लड़ रही है।
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