लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संकट काल में प्रदेश की जनता से दूरी बनाये रखे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनावी पर्यटन पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उनसे प्रश्न किया है कि कोरोना काल में ऑक्सीजन, अस्पताल, दवाइयों के लिए तड़प रही जनता के संकट के समय दिखाई क्यों नहीं पड़े।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में पंचायत चुनाव के शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के सफेद झूंठ और दिये गये झूठे आंकड़ों पर मौन क्यों रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा प्रदेश में महंगाई न होने की बात कर जनता के जले पर नमक छिड़कने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर मौन रखने के बजाय जनता से माफी मांगते हुए कोरोना काल की दुर्व्यस्था, पंचायत चुनावों की धांधलियों की निष्पक्ष समीक्षा करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में सरकारी तंत्र का सरेआम दुरूपयोग किया गया। गुंडागर्दी, धांधली, नामांकन पत्रों को जबरन छीन कर उन्हें फाड़ा गया। प्रत्याशियों एवं प्रस्तावकों को जबरन नामांकन से रोका गया तथा उनके साथ मार-पीट की गयी और अपहरण तथा पुलिस तंत्र का दुरूपयोग कर सरेआम चुनावों को प्रभावित किया गया। सबसे शर्मनाक महिलाओं तक के साथ मार-पीट व उनके वस्त्रहरण पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रदेश की जनता और महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की 24 करोड़ आबादी में से 15 करोड़ को योगी आदित्यनाथ ने मुफ्त राशन दिये जाने की बात कही है और इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। हांलाकि ये आंकड़े झूठे हैं और राशन वितरण के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है। फिर भी इतनी बड़ी आबादी अगर राशन के लिए लाइनों में लग रही है तो यह प्रदेश के लिए दुर्भाग्य का विषय है।

इस बात पर सरकार का चेहरा स्वयं बेनकाब एवं शर्मसार हो रहा है। इससे यह भी साबित हो रहा है कि प्रदेश में युवा, व्यापारी, किसान, सरकारी कर्मचारियों के साथ ही निम्न एवं मध्यम वर्ग तबाह और बर्बाद हो गया है। सरकार के द्वारा रोजगार एवं नौकरी दिये जाने के आंकड़े झूठे साबित हो रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा महंगाई न होने की बात करना उनकी संवेदन हीनता को दर्शाती है। प्रदेश की जनता हर तरफ से महंगाई की मार से पीड़ित और त्रस्त है। उसे अपना घर चलाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आत्म हत्याएं बढ़ रही हैं, ऐसे में यह बयान प्रदेश की जनता के जले पर नमक छिड़कने जैसा है।