लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर राज्य सरकार तथा इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, फिक्की, लघु उद्योग भारती और नारडेको के साथ एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित हुए। इन एम0ओ0यू0 के माध्यम से प्रदेश के 11 लाख श्रमिकों व कामगारों को रोजगार प्राप्त होगा।

ज्ञातव्य है कि इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन तथा फिक्की 3-3 लाख तथा लघु उद्योग भारती एवं नारडेको ढाई-ढाई लाख श्रमिकों व कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराएंगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभिन्न राज्यों से जितने भी श्रमिक व कामगार प्रदेश में आ रहे हैं वे हमारी ताकत हैं। हम इस ताकत का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश के नव निर्माण के लिए करेंगे। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने इनकी स्किल मैपिंग का कार्य किया है। राज्य सरकार हर हाथ को काम व हर घर को रोजगार देने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पेंटर, राजमिस्त्री, प्लम्बर, पैरामेडिक्स, कम्प्यूटर आपरेटर सहित विभिन्न क्षेत्रों के स्किल्ड लोगों की स्किल मैपिंग की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने एक आयोग के गठन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर सेवायोजन कार्यालयों को सक्रिय किया जा रहा है। इसकी माॅनीटरिंग राज्य स्तर पर गठित आयोग द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि विगत दिनों प्रदेश सरकार द्वारा आनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। शुभारम्भ के अवसर पर 56 हजार 754 उद्यमियों को 2 हजार 2 करोड़ 49 लाख रुपये का ऋण आनलाइन वितरित किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विभिन्न संस्थाओं में कार्यरत 15 हजार रुपये से कम मासिक वेतन पाने वाले कर्मचारियों को ई0पी0एफ0 की सुविधा से जोड़ने का कार्य किया। स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री जी के 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इस क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा एम0एस0एम0ई0 तथा औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के सम्बन्ध में नीतियों में संशोधन के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपीसीडा लैण्डबैंक बनाने का कार्य तेजी से कर रही है।