वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत और चीन जैसे देश अगर ज्यादा संख्या में जांच करें तो उनके यहां कोरोना वायरस के मामले अमेरिका से अधिक होंगे। ट्रंप ने एक कार्यक्रम में कहा कि अमेरिका ने दो करोड़ जांच की हैं। उन्होंने शुक्रवार (5 जून) को कहा कि अमेरिका की तुलना में जर्मनी ने 40 लाख और दक्षिण कोरिया ने करीब 30 लाख जांच की हैं।
जॉन्स हॉपकिन्स कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के करीब 19 लाख मामले सामने आए हैं और 1,09,000 लोगों की मौत हुई है जबकि भारत में इस जानलेवा संक्रमण के 2,36,184 और चीन में 84,177 मामले सामने आए हैं। अमेरिका दुनिया भर में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह से प्रभावित है।
वह पुरिटन मेडिकल प्रोडक्ट्स को संबोधित कर रहे थे। पुरिटन दुनिया भर में उच्च गुणवक्ता वाले चिकित्सा स्वाब (रुई लगी तीली) बनाने वाली कुछ कंपनियों में से है। यह स्वाब त्वारित जांच के लिए अहम है। राष्ट्रपति ने कहा, “आपकी बदौलत जांच करने की क्षमता बढ़ने की वजह से हमारे देश में चीजें फिर से खुल रही हैं और हमारी अर्थव्यवस्था उबर रही है, कोई ऐसा सोच भी नहीं सकता था।”
मासिक रोजगार के आंकड़ों का हवाला देते हुए ट्रंप ने कहा कि अर्थव्यवस्था अब वापस पटरी पर है। उन्होंने कहा, “हमने आशंकाओं को वास्तविकता नहीं बनने दिया और यह अमेरिकी इतिहास में मासिक नौकरियों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है।” ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि पहले जो सबसे ज्यादा संख्या थी, यह उससे करीब दोगुनी या उससे भी ज्यादा है। इसलिए यह अमेरिकी इतिहास में मासिक नौकरियों में सबसे बड़ी बढ़ोतरी है… तीन नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले के कुछ महीने जबर्दस्त होने वाले हैं।”
राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना वायरस के अदृश्य दुश्मन को हराने के लिए अमेरिकी सरकार ने अपनी और अमेरिकी उद्योग की सारी ताकत झोंक दी है। उन्होंने आरोप लगाया, “यह सच में एक दुश्मन है। यह चीन से आया है जिसे चीन में ही रोका जा सकता था। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया।“
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