लखनऊ: संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस का मूल्य वृद्धि और महंगाई के खिलाफ आयोजित राष्ट्रीय विरोध दिवस में आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट व जय किसान आंदोलन से जुड़े मजदूर किसान मंच के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के गांव-गांव में प्रदर्शन किए। इसकी जानकारी आइपीएफ के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व आईजी एस. आर. दारापुरी व मजदूर किसान मंच के महासचिव डा. बृज बिहारी ने प्रेस को दी। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने बढ़ रही महंगाई के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रस्ताव लिया। प्रस्ताव में कहा गया कि मोदी सरकार कारपोरेट हितों के लिए आम जनता पर महंगाई का बोझ लाद रही है। विश्व बाजार में पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों के कम होने के बावजूद देश में लगातार पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बढोत्तरी की जा रही है। कोरोना महामारी की कारण जब देश का आम आदमी तंगहाली में है, खेती किसानी संकट में है और बुनकरी से लेकर छोटे मझोले उद्योग बर्बाद हो रहे है ऐसे में जनता को राहत देने के बजाए सरकार ने एक्साइज ड्यूटी लगातार बढाकर पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत में बेइंतहा बढोत्तरी की है और विभिन्न प्रकार के टैक्स जनता पर थोप रही है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जायेगा।

विरोध प्रदर्शन का लखीमपुर खीरी में आइपीएफ के प्रदेश अध्यक्ष डा. बी. आर. गौतम, सीतापुर में मजदूर किसान मंच नेता सुनीला रावत, युवा मंच के नागेश गौतम, अभिलाष गौतम, लखनऊ में वर्कर्स फ्रंट अध्यक्ष दिनकर कपूर, एडवोकेट कमलेश सिंह, सोनभद्र में कृपाशंकर पनिका, मंगरू प्रसाद गोंड़, राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, सूरज कोल, श्रीकांत सिंह, रामदास गोंड़, शिव प्रसाद गोंड़, महावीर गोंड,़ चंदौली में अजय राय, आलोक राजभर, डा. राम कुमार राय, गंगा चेरो, रामेश्वर प्रसाद, इलाहाबाद में युवा मंच संयोजक राजेश सचान,, इंजीनियर राम बहादुर पटेल, ईशान गोयल, मऊ में बुनकर वाहनी के इकबाल अहमद अंसारी, बलिया में मास्टर कन्हैया प्रसाद, बस्ती में एडवोकेट राजनारायण मिश्र, श्याम मनोहर जायसवाल, आगरा में आइपीएफ महासचिव ई. दुर्गा प्रसाद, वाराणसी में प्रदेश उपाध्यक्ष योगीराज पटेल आदि ने नेतृत्व किया।