सरकार ने सभी को सुरक्षा प्रदान करने के लिए 2015 में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना यानी PMJJBY और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना यानी PMSBY की शुरुआत की थी.सरकार ने अब इन दोनों बीमा योजनाओं के प्रीमियम को बढ़ा दिया है. ये दोनों बीमा योजनाएं बैंकों के खाताधारकों को दी जाती हैं और प्रीमियम की राशि भी खाते से ही ऑटोमैटिक काटी जाती है.

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का प्रीमियम सालाना 330 रुपए से बढ़ाकर 436 रुपए और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का वार्षिक प्रीमियम 12 रुपए से बढ़ाकर 20 रुपए किया गया है. प्रीमियम की ये नई दरें 1 जून से प्रभावी हो गई हैं.

वित्त मंत्रालय के मुताबिक, 31 मार्च 2022 तक PMJJBY के 6.4 करोड़ और PMSBY के 22 करोड़ ग्राहक हैं. वित्त मंत्रालय ने यह भी बताया कि PMSBY की शुरुआत से 31 मार्च 2022 तक प्रीमियम के रूप में 1,134 करोड़ रुपए की राशि एकत्र की गई और 2,513 करोड़ रुपए के दावों का भुगतान किया गया है. इसी प्रकार PMJJBY में प्रीमियम के रूप में 9,737 करोड़ रुपए की राशि जमा की गई और 14,144 करोड़ रुपए के दावों का भुगतान किया गया.

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के ग्राहक को उसकी मृत्यु होने के बाद उसके परिवार के सदस्यों को 2 लाख रुपए दिए जाते हैं. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में अगर बीमित व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या वह दिव्यांग हो जाता है तो उसके परिवार को 2 लाख रुपए का इंश्योरेंस कवर मिलता है.

कमजोर और कम आय वाले लोगों के लिए शुरू की गई इन बीमा योजनाओं के प्रीमियम को आखिर क्यों बढ़ाना पड़ा. इस पर वित्त मंत्रालय का कहना है कि पिछले कुछ समय में दोनों योजनाओं में क्लेम की संख्या बढ़ने के कारण प्रीमियम बढ़ाने का फैसला लिया गया है.

वित्त मंत्रालय ने कहा कि जब 2015 में इन दोनों योजनाओं को लॉन्च किया गया था, तब इनका सालाना प्रीमियम क्लेम अनुभव के आधार पर तय किया गया था. PMJJBY का क्लेम रेश्यो 31 मार्च 2022 तक 145 फीसदी और PMSBY का क्लेम रेश्यो 221 फीसदी से ज्यादा है.

इन दोनों बीमा योजनाओं में दावों की इतनी ज्यादा संख्या ने ही सरकार का गणित बिगाड़ दिया है. इससे बीमा कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है. इन योजनाओं को बीमा कंपनियों के लिए व्यवहारिक बनाए रखने और नई कंपनियों को इस योजना में शामिल करने के लिए प्रीमियम बढ़ाया गया है.