लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रवासी श्रमिक किसी भी दशा में पैदल न आएं, उनके लिए वाहन उपलब्ध करवाये जाएं। सभी प्रवासी कामगारों की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में इनके उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों की बहाली के लिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके लिए सेक्टोरल नीतियों का आवश्यकतानुसार सरलीकरण किया जाए। नए उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि की पर्याप्त उपलब्धता आवश्यक है। इस उद्देश्य से राजस्व तथा औद्योगिक विकास विभाग लैण्ड बैंक स्थापना की कार्ययोजना बनाते हुए उसे लागू करने का काम करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों के उनके गृह प्रदेश में भेजने के लिए सम्बन्धित राज्य को ऐसे श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराई जाए। दुकानों, मण्डियों, बैंक शाखाओं आदि में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होंने जनपद आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लाॅकडाउन को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए।