खादिम सलमान चिश्ती एक अलग शख्स है और अपराधी है

गद्दीनशीन दरगाह अजमेर शरीफ, चेयरमैन- चिश्ती फाउंडेशन अजमेर शरीफ व जनरल सेक्रेट्री – ऑल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती ने आज प्रेस बयान जारी कर इस बात को स्पष्ट किया है कि वेब और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से और सार्वजनिक डोमेन वेब साइट्स , सोशल मिडिया में एक राजनीतिक दल की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा से संबंधित अत्यंत संवेदनशील मामले पर विवादास्पद और भड़काऊ बयानों के बारे में मिडिया में अजमेर के रहने वाले ‘सलमान चिश्ती उर्फ सलमान’ नाम के जिस शख्स की चर्चा हो रही है उसके खिलाफ काफी आपराधिक केस दर्ज हैं और वह हिस्ट्रीशीटर है। बयान में कहा गया कि उपरोक्त घटनाक्रम का हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती, गद्दीनशीन दरगाह अजमेर शरीफ और चेयरमैन- चिश्ती फाउंडेशन अजमेर शरीफ, राजस्थान से कोई संबंध नहीं है।

बयान में कहा गया है कि मीडिया के कुछ वर्गों ने भी गलत तरीके से चिश्ती फाउंडेशन के हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती की तस्वीरों का इस्तेमाल किया है, जिनकी सोशल मीडिया और वेब पर काफी फोलोइंग है इसी वजह से जब कोई गुगल पर सलमान चिश्ती नाम ऑनलाइन खोज करता है तो हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती का नाम, विवरण और तस्वीरें सामने आती हैं।

यह मिडिया और सोशल मिडिया पर हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती की तस्वीर/इमेज का गलत इस्तेमान उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्य, सर्वधर्म संवाद , सहज व्यक्तित्व और विश्वभर में अजमेर शरीफ और भारत देश की नुमाइंदगी के मानवीय कार्यों के लिए अपरिवर्तनीय क्षति पैदा कर रहा है, आमजन में भ्रम और गलतफहमी पैदा कर रहा है। चिश्ती सूफी परम्परा इस तरह के बयानों की कड़ी निंदा करता है और हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (र.अ.) की शांति, अमन और ‘मोहब्बत सबसे, नफरतें किसी से नहीं’ की शिक्षा में दृढ़ता से विश्वास करता है।

यह स्पष्ट रूप से हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती की गलत फोटो/पहचान का मामला है। हम सभी मिडिया बंधुओं से अनुरोध करते है जो गलत फोटो/इमेज का इस्तेमान किया गया है। सभी मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया हैंडल पर से हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती का फोटो का हटा दिया जाए। क्योंकि हमारा उक्त विवादास्पद आरोपी व्यक्ति ‘‘सलमान चिश्ती उर्स सलमान’ से कोई सीधा या दूरस्थ संबंध नहीं है।