दिल्ली:
एमसीडी चुनाव परिणाम ने भारतीय जनता पार्टी इस बार चार मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किया और उन सभी चारों को हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में बीजेपी ने पसमांदा मुस्लिम कार्ड खेला लेकिन वह काम नहीं आया। ये चारों उम्मीदवार पसमांदा समाज से ताल्लुक रखते हैं। वहीँ कांग्रेस पार्टी की लाज मुस्लिम उम्मीदवारों ने बचाई। कांग्रेस को मिली 9 सीटों में सात पर मुस्लिम उम्मीदवारों को कामयाबी मिली है.

बीजेपी ने वार्ड नंबर 76 चांदनी महल से इरफान मलिक को मैदान में उतारा था, लेकिन इस सीट पर आम आदमी पार्टी के आले मोहम्मद ने 17134 वोटों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की है। वहीं वार्ड नंबर 227 चौहान बांगर से सबा गाजी भाजपा की उम्मीदवार थीं, लेकिन उन्हें कांग्रेस की शगुफ्ता चौधरी से हार का सामना करना पड़ा। वहीं वार्ड नंबर 81 कुरैश नगर से भाजपा ने समिना रजा को टिकट दिया था। जहां से आम आदमी पार्टी की कैंडिडेट शमीम बानो ने मात दी।

वहीं मुस्तफाबाद वार्ड नंबर 243 से शबनम मलिक पर भाजपा ने भरोसा जताया था, लेकिन यहां बीजेपी को निराशा मिली। इस वार्ड से कांग्रेस की सबीला बेगम विजयी रहीं। बता दें कि बुधवार को जारी हुए एमसीडी चुनाव के परिणाम में सत्ताधारी भाजपा को जहां 104 सीटों में जीत मिली है तो वहीं आम आदमी पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए 134 वार्डों में विजय हासिल की है। जबकि कांग्रेस 9 वार्डों में जीतने में सफल रही है तो वहीं अन्य के खाते में 3 सीटें आई हैं।

एमसीडी चुनाव में इस बार16 मुस्लिम उम्मीदवारों की जीत हुई है जिसमें से 7 सीटें आम आदमी पार्टी के खाते में गई हैं तो वहीं इतनी ही सीटें कांग्रेस की झोली में पड़ी हैं। ध्यान देने वाली ये बात है कि यहां कांग्रेस को प्राप्त हुईं कुल 9 सीटों में 7 मुस्लिम सीटें हैं। वहीं आप को प्राप्त हुईं कुल 134 सीटों में केवल 7 मुस्लिम सीटें हैं। स्पष्ट तौर पर अल्पसंख्यक मतदाताओं ने आप के मुकाबले कांग्रेस को अधिक पसंद किया। वह भी तब जब कांग्रेस ने बेमन से यह चुनाव लड़ा।