लखनऊ ब्यूरो
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर एक टीवी चैनल द्वारा कल पेश किये ओपिनियन पोल को बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार द्वारा प्रायोजित, हवा-हवाई, शरारतपूर्ण और भ्रमित करने वाला बताया है।

बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सांसद व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि कोरोना प्रकोप व अर्थव्यवस्था की ज़बरदस्त बदहाली के कारण पूरे देश में फैली महंगाई, ग़रीबी व बेरोज़गारी की मार आदि ने काफी लम्बे समय से यहाँ के लोगों का जीवन त्रस्त करके रख दिया है और जिससे भाजपा के प्रति व्यापक जन आक्रोश व्याप्त है और इनका रेटिंग ग्राफ भी काफी गिरा है, तो ऐसे समय में एक हिन्दी न्यूज़ चैनल द्वारा यूपी में फिर से भाजपा सरकार बनने की भविष्यवाणी करना गले से नीचे उतरने वाली बात नहीं है.

मायावती ने कहा कि जिस तरह 2007 के विधानसभा आम चुनाव में बी.एस.पी. के पक्ष में जबरदस्त माहौल होने के बावजूद भी उस समय हर प्री-पोल सर्वे पक्षपाती तौर पर बी.एस.पी. को सिंगिल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरने की ही बात कर रहा था, जबकि उस चुनाव में रिजल्ट आने पर बी.एस.पी. की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। इसलिए वर्तमान प्री-पोल सर्वे को भी पूर्णतया हवा-हवाई, शरारतपूर्ण व भ्रामक करने वाला ही कहा जाये तो यह कतई भी अनुचित अर्थात् गलत नहीं होगा।

मायावती ने कहा कि इनका ख़ास मकसद भाजपा को मज़बूत दिखाते रहने से ज्यादा बी.एस.पी. के लोगों का मनोबल गिराना ही लगता है जबकि इनको यह मालूम होना चाहिये कि बी.एस.पी. के लोग पहले से ही इस प्रकार के षड़यत्रों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं और इस सर्वे के भी बहकावे में वे कतई भी आने वाले नहीं । इन्हें शायद मालूम नहीं है कि बी.एस.पी. के लोगों को इस किस्म के सर्वे पर कभी कोई भरोसा नहीं रहा है और ना ही इस प्रकार के सर्वे पर आगे भरोसा करने वाले हैं।