बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने शनिवार को श्रावस्ती लोकसभा सीट से सांसद राम शिरोमणि वर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उनके ऊपर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है। सांसद के साथ उनके भाई सुरेश को भी पार्टी से बाहर का रास्त दिखाया गया है। राम शिरोमणि वर्मा ने 2019 में सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर श्रावस्ती से जीत दर्ज की थी। उन्होंने तत्कालीन सांसद दद्दन मिश्रा को 5320 मतों से हराया था। इस बार उनके सपा की तरफ से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वर्मा की तरफ से 2019 में दायर किए गए चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके पास 191 करोड़ की संपत्ति है। उनका जन्म 5 अगस्त 1975 को हुआ। उन्होंने अयोध्या के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की।

अंबेडकरनगर के बसपा जिलाध्यक्ष सुनील सावंत गौतम ने एक प्रेस रिलीज जारी कर सांसद राम शिरोमणि वर्मा को पार्टी से निष्कासित करने की जानकारी दी। रिलीज में कहा गया है कि सांसद और उनके भाई को पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की दी गई रिपोर्ट की विभिन्न सूत्रों से छानबीन करने के बाद आज इनको बसपा से निष्कासित कर दिया गया।

सुनील सावंत गौतम ने कहा कि राम शिरोमणि वर्मा को बसपा में अनुशासनहीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में कई बार चेतावनी भी दी जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी इनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया। इसलिए पार्टी व मूवमेन्ट हित में आज इनको पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।