लखनऊ:
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर नगर निकाय चुनाव EVM से ना कराने की अपील की. उन्होंने कहा बसपा उम्मीद करती है कि UP सरकार और नगर निकाय से संबंधित अधिकारी पूरे चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराएं. नगर निगम का भी चुनाव EVM से ना करा के इसे भी सीधे तौर पर बैलट पेपर से ही कराएं.

उन्होंने कहा, BSP ने ये चुनाव पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ने का फैसला लिया है. ताकि प्रदेश में नगर निकाय स्तर पर सही लोग चुनकर जा सके. तभी फिर वे सर्व समाज में से विशेष कर गरीबों, मजदूरों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, मुस्लिमों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोगों के हितों का हर मामले में प्राथमिकता के आधार पर पूरा पूरा ध्यान रख सकते हैं.

उन्होंने कहा कि BSP ही इन वर्गों के हितों के मामले में केवल एक मात्र ऐसा मंच है जो बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की विचारधारा एवं आंदोलन से जुड़कर इन वर्गों के हितों में पूरी ईमानदारी व निष्ठा से लगा हुआ है. जिसके लिए BSP के जन्मदाता एवं संस्थापक कांशीराम ने अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है.

उन्होंने कहा, “UP नगर निकाय चुनाव होने की तारीख घोषित हुई है जिसके तहत प्रदेश के सभी नगर निगम पार्षद नगर पालिका नगर पंचायत व वार्ड आदि के चुनाव होने है. जिसमें लोग अपने जरूरत व सुख सुविधा आदि के हिसाब से अपने क्षेत्र के विकास पर काफी कुछ ध्यान दे सकते है तथा जिसके लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संविधान व कानून के हिसाब से धन उपलब्ध कराए जाने का भी प्रावधान है.”

उन्होंने कहा,”यहां ध्यान देने की बात ये भी है कि चुनाव में SC, ST, OBC व महिलाओं आदि के लिए जो आरक्षण की व्यवस्था की गयी है तो उससे इन वर्गों के लोग पूरे तौर से सहमत नहीं है. क्योंकि इन चुनाव में लोगों के लिए आरक्षण की जो भी सीटें आरक्षित की गयी है तो उसमें काफी नियमों को ताक पर रख दिया गया है. जिससे यह स्पष्ट है कि सत्ताधारी दल BJP इस चुनाव में हर स्तर पर अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने में लगी है.

उन्होंने बीजेपी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि, “यहां के गरीबों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं तथा बेरोजगारी के इस दौर में दैनिक मजदूरी के अपना पेट पालने की योजनाओं के धन में भी कटौती व भुगतान में देरी आदि करके जो यहां स्थानीय रोजगारों की दुर्दशा बना दी गई है. वह भी किसी से छिपा नहीं है.”