रिपोर्ट – रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच: भारत-नेपाल सीमा पर गेरुआ व कौडियाला नदियों के बीच घने जंगलों के बीच बसें भरथापुर ग्रामवासियो के दिन जल्द ही बहुरने वाले है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर डीएम शम्भु कुमार द्वारा एसडीएम मिहीपुरवा के नेतृत्व में गठित टीम ने विस्थापित परिवारो को ककरहा वन रेन्ज के नौबना बीट में कृषि भूभाग पर बसाने हेतु सर्वे की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भरथापुर के करीब 125 परिवारो को विस्थापन के एवज में 2 हेक्टेअर कृषि भूमि अथवा 10 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की जायेगी।
एसडीएम बाबूराम ने बताया कि घने जंगलों के बीच दुरूह क्षेत्र में बसा होने के कारण भरतपुर के ग्रामीणों को आये दिन जंगली हाथियों सहित खतरनाक वन्य जीवों के हमले से दो-चार होना पड़ता है। अपनी दैनिक उपभोग की वस्तुओं, कृषि कार्य से जुड़े सामग्री तथा चिकित्सा सेवाओं के लिए उन्हें नदी पार कर बिछिया बाजार तथा मिहींपुरवा तहसील मुख्यालय आना पड़ता है। बरसात के समय भरतपुर के ग्रामीणों के लिए नदी पार कर आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए बिछिया सहित मुख्य बाजारों तक पहुंचना बहुत कठिन हो जाता है।
उन्होने बताय कि ग्रामीणो की समस्याओं के दृष्टिगत शासन के निर्देश पर बनाई गई विस्थापन प्रक्रिया में भरतपुर निवासी परिवारो के पति, पत्नी सहित प्रत्येक बालिग सदस्य को दो हेक्टेयर भूमि या दस लाख रुपये, जमीन और मकान का मुवावजा दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त हर बालिग-बालिका को अनिवार्य रूप से दस लाख रुपये शासन की तरफ से दिया जायेगा।
तहसील स्तरीय टीम ने किया दौरा
जिलाधिकारी के निर्देशन में उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में एक तहसील स्तरीय टीम का गठन किया है। गठित टीम ने विस्थापन प्रक्रिया को गति देते हेतु भरथापुर ग्राम का दौरा किया। भरथापुर भ्रमण के दौरान उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा बाबूराम सहित खंड विकास अधिकारी मिहींपुरवा चंद्रशेखर प्रसाद, कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत सिंह, वन क्षेत्राधिकारी कतर्नियाघाट पीयूष मोहन श्रीवास्तव, एडीओ पंचायत राम नारायण मौर्य, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी रामनारायण वर्मा, डिप्टी रेंजर महेंद्र पांडे, ग्राम विकास अधिकारी राहुल शशांक, आंबा ग्राम प्रधान राजेश दुबे सहित क्षेत्रीय राजस्व टीम, विकास विभाग की टीम व वन टीम शामिल रही।
सर्वे टीम 20 जुलाई तक प्रस्तुत करेगी रिपोर्ट
सर्वे के लिए एक क्षेत्रीय सर्वे टीम बनाई गई है जिसमें डिप्टी रेंजर महेंद्र पांडे,एडीओ पंचायत रामनारायण मौर्य, जे.ई. पीडब्ल्यूडी, ग्राम विकास अधिकारी और एक चिकित्साधिकारी सदस्य बनाये गए हैं। क्षेत्रीय सर्वे टीम 20 जुलाई तक सर्वे पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
नये ग्राम का नाम भरथापुर ही रहेगा
एसडीएम बाबूराम ने बताया कि सभी ग्रामीणों को विस्थापित कर नौबाना जंगल की भूमि पर लाकर बसाए जाने की अगली प्रक्रिया शुरू की जाएगी और बसाये गए नये ग्राम का नाम नया भरथापुर ही रखा जायेगा।
सर्वे टीम ने ग्रामीणो से मांगे कागजात
दौरा करने गई टीम ने सभी ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर अवगत उन्हे अवगत कराया कि वो अपना फोटो, आधार कार्ड, बैंक का खाता, परिवार रजिस्टर की नकल, खसरा खतौनी सर्वे टीम को उपलब्ध करा दें, जिससे आगे की कार्यवाही शीघ्रता से पूरी की जा सके।
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