नई दिल्ली: एक समय नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस की अहम सदस्‍य रही शिवसेना पश्चिम बंगाल चुनावों में ममता बनर्जी को समर्थन देने का एलान किया है, शिवसेना नेता संजय राउत ने जानकारी दी कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में पार्टी कोई भी उम्‍मीदवार नहीं उतारेगी .

एक समय शिवसेना और बीजेपी महाराष्‍ट्र में गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा करते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई हैं और शिवसेना ने एनडीए से नाता तोड़ लिया है. महाराष्‍ट्र में शिवसेना ने कांग्रेस और राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई है, ऐसे में स्‍वाभाविक रूप से बीजेपी से इतर ‘उसके नए साथी’ बन गए हैं.

संजय राउत ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बहुत सारे लोग यह जानने के इच्‍छुक हैं कि शिवसेना पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ेगी या नहीं?’ इसलिए पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से चर्चा करने के बाद यह अपडेट आपके साथ शेयर कर रहा हूं. मौजूदा परिदृश्‍य को देखते हुए ऐसा लगता है कि यह ‘दीदी vs ऑल’ फाइट है. ऑल M’s का अर्थ-मनी, मसल और मीडिया का उपयोगी ममता दीदी के खिलाफ किया जा रहा है. ऐसे में शिवसेना ने पश्चिम बंगाल चुनाव में नहीं लड़ने का फैसला किया है और उनके साथ (ममता बनर्जी) के साथ खड़े रहने का फैसला किया है.’ राउत ने लिखा, ‘हम ममता दीदी की सफलता चाहते हैं क्‍योंकि हमारा मानना है कि वह वास्‍तविक रियल बंगाल टाइग्रेस हैं’