कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए संदेह जताया है कि यह कार्यक्रम मोदी और अमित शाह की मंशा के मुताबिक घोषित किया गया है| चुनाव आयोग ने राज्य में आठ चरण में विधानसभा चुनाव कराए जाने की घोषणा की है। ममता बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को राज्य को “भगवा खेमे की आंखों से” नहीं देखना चाहिए।

आठ चरणों पर सवाल
उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग का पूरा सम्मान करते हुए मैं यह कहना चाहती हूं कि इस पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं कि बंगाल में कई चरणों में चुनाव क्यों होंगे, जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में मतदान होगा। यदि चुनाव आयोग लोगों को न्याय प्रदान नहीं करता तो लोग, कहां जाएंगे।”

बताया भाजपा की चाल
बनर्जी ने कहा कि “इन सभी चालों” के बावजूद, वह चुनाव जीतेंगी। उन्होंने कहा, “मुझे अपने सूत्रों से जानकारी मिली है कि चुनाव की तारीखें उसी अनुरूप हैं, जिस तरह से भाजपा चाहती थी। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार तारीखों की घोषणा की गई है? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री राज्य के चुनाव के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं।” बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बारे में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वह राज्य की बेटी हैं और बंगाल को भाजपा से बेहतर जानती हैं।

27 मार्च को है पहला चरण
पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होनेवाले है। जिसमें 27 मार्च को पहले चरण में वोटिंग होगी। जबकि दूसरे चरण में 1 अप्रैल, तीसरे चरण में 6 अप्रैल, चौथे चरण में 10 अप्रैल, पांचवे चरण में 17 अप्रैल, छठे चरण में 22 अप्रैल, सातवें चरण में 26 अप्रैल और आठवें चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।