दिल्ली:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेता अखिल गिरी के उस बयान पर माफ़ी मांगी है जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू को लेकर विवादित बातें कही थीं . नंदीग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान अखिल गिरी ने कहा था कि हम किसी को उनकी शक्ल से नहीं आंकते. लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं? उनके इस बयान ने टीएमसी को मुश्किल में डाल दिया था.

इस विवाद पर ममता बनर्जी ने कहा है कि मेरे विधायक ने राष्ट्रपति को लेकर जो कहा है, उसके लिए माफी मांगती हूं. मेरी पार्टी पहले भी इस विवाद पर माफी मांग चुकी है. मैं राष्ट्रपति का बहुत सम्मान करती हूं. देश की राष्ट्रपति का सम्मान किया जाना चाहिए. अखिल गिरी इस प्रकार का बयान नहीं दे सकते हैं. हमने उन्हें चेतावनी दे दी है.

अब सीएम ममता की तरफ से विवाद को शांत करने की कोशिश तो की गई है, लेकिन बीजेपी ने इसे पश्चिम बंगाल में बड़ा मुद्दा बना दिया है. इसे टीएमसी की आदिवासी विरोधी सोच बता दिया गया है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा था कि टीएमसी नेता का ये बयान ममता बनर्जी की आदिवासी विरोधी सोच को दिखाता है. ममता बनर्जी ने तो राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं किया था.