मोहम्मद आरिफ नगरामी
लखनऊ: देश और प्रदेश में फैली कोरोना महामारी के मद्देनज़र लखनऊ में 12 रबीउलअव्वल को हर वर्ष निकलने वाला ऐतिहसिक जुलूसे मदहे सहाबा इस बार नहीं निकाला जायेगा, इस बात की जानकारी अध्यक्ष मजलिस तहफ़्फ़ूजे नामूसे सहाबा मौलाना अब्दुल अलीम फ़ारूक़ी ने अपने एक वीडियो सन्देश में दी|
मौलाना अब्दुल अलीम फ़ारूक़ी ने कहा कि कोरोना के कारण लॉकडाउन लगने के बाद सरकार की तरफ से जारी हिदायात पर मुस्लिम सम्प्रदाय ने पूरी तरह अमल किया और इस मामले पर सरकार का पूरा समर्थन किया| मौलाना ने कहा लखनऊ में जुलूस निकालने की राज्य सरकार से अनुमति मांगी गयी मगर अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह के जुलूस को निकालने की इजाज़त नहीं है, इसलिए इस राष्ट्रीय आपदा को ध्यान में रखते हुए मजलिस तहफ़्फ़ूजे नामूसे सहाबा ने फैसला किया है कि इस बार जुलूसे मदहे सहाबा नहीं निकाला जायेगा|
उन्होंने कहा कि हम उन तत्वों को बिलकुल भी यह मौक़ा नहीं देंगे जो इस जुलूस के बहाने मुसलमानों को बदनाम कर सकें, जैसा कि तब्लीग़ी जमात के मामले में किया था| उन्होंने कहा कि हमारी अल्लाह से दुआ है कि यह महामारी जल्द से जल्द इस देश और दुनिया से ख़त्म करे | मौलाना ने कहा कि 21 वर्षों से निकलने वाला जुलूसे मदहे सहाबा इंशाअल्लाह अगले बरस पूरी शानो शौकत से निकलेगा|
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