हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहा कुंभ आखिरकार कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते 13 दिन पहले ही खत्म हो गया। शनिवार को जूना अखाड़े ने कुंभ समाप्ति की घोषणा की। निरंजनी और आनंद अखाड़ा पहले ही मेला खत्म करने का ऐलान कर चुके हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी की अपील के बाद हरिद्वार में मौजूद साधु संतों ने कुंभ की तय तारीख से 13 दिन पहले ही इसके समापन का ऐलान कर दिया। जूना अखाड़े की तरफ से शनिवार शाम को कुंभ खत्म करने की घोषणा की गई। निरंजनी और आनंद अखाड़ा पहले ही ऐलान कर चुके थे। जबकि उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले की आखिरी तारीख 30 अप्रैल रखी थी जिसमें आखिरी शाही स्नान 27 अप्रैल को होना था। जूना अखाड़े ने कहा कि कुंभ में प्रतीकात्मक तौर पर धार्मिक आयोजन होते रहेंगे।।

जानकारी के लिए बता दें कि 175 साधुओं की कोरोना रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई। अब तक साधुओं की संख्या बढ़कर 229 पहुंच गई है। उत्तराखंड में 2,757 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। जिसमें से देहरादून में 1179 और हरिद्वार में 617 मामले आए हैं। अब तक कुल संख्या 1,21,403 पहुंच गई है।

कोरोना के मामले सामने आने के बाद 13 अखाड़ों में से निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा ने पहले ही कुंभ मेला समापन का ऐलान कर दिया था। दोनों ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला खत्म का ऐलान कर दिया था।