नई दिल्ली: देश में जारी कोरोना संकट के बीच राजनीति भी अपने चरम पर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘मैं पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बता सकते हैं कि आपने अपने पीएम-केयर फंड से मजदूरों को कितना पैसा दिया? मैं उनसे इस सवाल का जवाब देने का अनुरोध करता हूं। इस अवधि के दौरान कई लोगों की मृत्यु हो गई, कुछ की ट्रेन में मृत्यु हो गई, कुछ की भूख से मृत्यु हो गई

साथ ही सिब्बल ने मोदी सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ पर तंज कसते हुए कहा कि ‘सांप्रदायिकता का साथ, कुछ का विकास और खो गया विश्वास’। उन्होंने कहा कि हम एक भारत चाहते हैं और इसके लिए मरते दम तक विरोध करेंगे।

सिब्बल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि घमंड के साथ कभी सरकारें नहीं चलती। यह सरकार घमंड में चूर है, लेकिन यह पता नहीं किसी बात का घमंड है।

सिब्बल ने न्यायाधीशों के तबादलों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ टिप्पणी करने पर जजों का तबादला किया गया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भूखमरी के इंडेक्स में 117 देशों में से भारत की 102वीं रैंक है। यदि सरकार अपने एजेंडे से इतर इस पर काम करती, तो आज यह हालात नहीं होती। लेकिन, सरकार तो गरीबों से सोशल डिस्टेंसिंग ( कर रही है। हजारों लोग भुखमरी से मर गए। कपिल सिब्बल ने सवाल किया कि क्या राम मंदिर, तीन तलाक, सीएए के एजेंडे से देश में गरीबी मिट गई?