कानपुर: कानपुर में मुठभेड़ हुए 48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं। पुलिस के पास अब भी इस एनकाउंटर का मास्टरमाइंड कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को लेकर कोई सुराग नहीं है। विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश में एसटीएफ की 20 टीमें और तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए नोएडा से लेकर नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट कर दिया गया है। इसी बीच पुलिस ने विकास दुबे के बारे में सूचना देने वालों को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। पहले यह रकम 50 हजार थी, जिसे पुलिस ने बढ़ाकर एक लाख कर दिया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल अन्य 18 आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम रखा है।

नेपाल भागने की आशंका
पुलिस को इस बात का शक है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे नेपाल भागने की कोशिश कर सकता है। इसलिए नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट कर दिया गया है। इसके साथ नेपाल बॉर्डर से सटे सातों जिलों में विशेष अलर्ट किया गया है। पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के परिवार, रिश्तेदार सहित तकरीबन 500 करीबियों के मोबाइस फोन पर पुलिस ने सर्विलांस पर ले रखे हैं। विकास के करीबी पुलिसकर्मियों की भी निगरानी की जा रही है।

75 ज़िलों में अलर्ट
डीजीपी के जानकारी देते हुए बताया है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथ भागे अपराधियों को पकड़ने के लिए 75 जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। एडीजी क्राइम के एस प्रताप कुमार विकास दुबे के इस मामले को लीड कर रहे हैं। इसके अलावा एडीजी एलओ प्रशांत कुमार, आईजी एसटीएफ अमिताभ यश भी ऑपरेशन में लगे हुए हैं।